किंग चार्ल्स III की शनिवार को ताजपोशी हो गई है. किंग चार्ल्स III का ऐतिहासिक राज्याभिषेक हो गया. वे अपनी पत्नी और क्वीन कैमिला के साथ वेस्टमिंस्टर एबे पहुंचे. यहां एक धार्मिक समारोह में यूनाइटेड किंगडम के राजा का ताज पहनाया गया. ये परंपरा लगभग एक हजार साल पुरानी है. समारोह में किंग चार्ल्स तृतीय (74 साल) की पत्नी कैमिला भी आधिकारिक रूप से 'क्वीन कंसोर्ट' से 'क्वीन' बन गईं.
किंग चार्ल्स III के प्रति निष्ठा जताते हुए आर्चबिशप ने झुक कर सम्मान किया. आर्चबिशप ने एबे और घर पर इस कार्यक्रम को देख रहे लोगों से कहा है कि वह इन शब्दों के साथ किंग चार्ल्स III के प्रति निष्ठा की शपथ लें.
वो शब्द थे....
''मैं शपथ लेता हूं कि मैं योर मैजेस्टी, उनके उत्तराधिकारी और कानून के प्रति सच्ची निष्ठा रखूंगा"
क्वीन कॉन्सर्ट कैमिला की भी ताजपोशी हुई है. हालांकि, उन्हें शपथ लेने के लिए नहीं कहा गया. उनकी ताजपोशी क्वीन मैरी के क्राउन से हुई.
किंग चार्ल्स III ने वेस्टमिंस्टर एबे में कहा कि "मैं यहां सेवा लेने नहीं सेवा करने आया हूं."
किंग चार्ल्स III ने शपथ ली. इस दौरान आर्चबिशप ऑफ कैंटबरी ने इंग्लैंड में अलग-अलग धर्मों के लोगों की मौजूदगी पर बात करते हुए कहा कि "चर्च ऑफ इंग्लैंड एक ऐसा माहौल बनाना जारी रखेगा जहां हर धर्म के लोग स्वतंत्रतापूर्वक रह सकें.''
इसके बाद किंग चार्ल्स III को शपथ दिलाई गई. उन्होंने किंग चार्ल्स III से पूछा कि क्या वह अपने शासनकाल के दौरान कानून और चर्च ऑफ इंग्लैंड को बनाए रखेंगे. इसके बाद किंग ने होली गॉस्पेल पर हाथ रखकर हामी भरी.
किंग चार्ल्स III के राज्याभिषेक समारोह में शिरकत करने दुनियाभर की हस्तियां मौजूद रहीं. ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक देश के पूर्व सात नेताओं के साथ यहां मौजूद थे. इसके साथ ही फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडन भी मौजूद थीं.
किंग शाही सफेद लिबास में हैं. हस्तियों में केटी पेरी और लियोनल रिची, हेलेना विल्किंसन वेस्टमिंस्टर एबे के बाहर मौजूद थे.
360 साल पुराना ताज पहने किंग्स चार्ल्स III
360 साल पुराना यह ताज 22 कैरेट सोने से बना हुआ है. यह 30 सेमी से ज्यादा लंबा है, इसका वजन करीब दो किलो 230 ग्राम है. यह दो अनानास के वजन या पानी के दो लीटर वाले बोतल के वजन के बराबर है.
इस ताज को इससे पहले क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय ने 1953 में अपनी ताजपोशी पर पहना था और पिछले 70 साल से यह ताज शायद ही कभी टॉवर ऑफ लंदन से बाहर आया है.
इस ताज में 444 रत्न जड़े हुए हैं. इसमें महंगे नीलम, माणिक और पुखराज शामिल हैं. इनमें से ज्यादातर हल्के नीले रंग के समुद्री रत्न हैं. ताज में जो रत्न जड़े हुए हैं, उन्हें पहले आसानी से अलग किया जा सकता था.
सिर्फ ताजपोशी के दौरान ही इन रत्नों को ताज में जड़ा जाता था. 20वीं शताब्दी में रत्नों को ताज में स्थायी तौर पर जड़ दिया गया.
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