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Leicester में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद क्या हुआ, जो भड़क उठी हिंसा?

हिंसा के बाद हिंदू और मुस्लिम, दोनों समुदायों के नेताओं ने इलाके में शांति की अपील की है.

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इंग्लैंड के लीसेस्टर में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद हुई हिंसक झड़प में अब तक 47 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार हुए ज्यादातर लोग काउंटी से बाहर के हैं. हिंसा के बाद हिंदू और मुस्लिम, दोनों समुदायों के नेताओं ने इलाके में शांति की अपील की है.

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शहर के मेयर Peter Soulsby ने इस हिंसा के लिए सोशल मीडिया पर फैल रहे कंटेंट को जिम्मेदार ठहराया है.

लीसेस्टर में क्या हुआ?

Leicestershire पुलिस के मुताबिक, 18 सितंबर ईस्ट लीसेस्टर में दो गुटों के बीच झड़प हो गई, जिसने हिंसक रूप ले लिया. एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद एक विरोध प्रदर्शन के दौरान ये झड़प हुई.

लीसेस्टर ईस्ट से निर्दलीय सांसद, क्लौडिया वेब ने इसके बाद सोशल मीडिया पर सभी से घर लौटने की अपील की और मामले को बातचीत से सुलझाने के लिए कहा.

पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए मामले में पहले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. अब तक इस मामले में 47 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

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लीसेस्टर में किस बात पर शुरू हुआ विवाद?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुबई में हुए एशिया कप टूर्नामेंट में 28 अगस्त को भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले के बाद से ही लीसेस्टर में तनाव का माहौल है. भारत ने इस मैच को 5 विकेट से जीत लिया था. इस मैच के बाद से शहर में छोटी-छोटी घटनाएं रिपोर्ट की गईं, और 18 सितंबर को कुछ लोगों को शहर के ग्रीन लेन रोड इलाके में मार्च करते हुए देखा गया. इस इलाके में मुस्लिमों के कुछ बिजनेस हैं और एक हिंदू मंदिर भी है.

द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक 42 साल की कम्युनिटी लीडर ने कहा कि उसने दूर से 'जय श्री राम' के नारे लगाए. रिपोर्ट में आगे एक एक कम्युनिटी एक्टिविस्ट, 34 साल के माजिद फ्रीमैन का जिक्र किया गया है, जिसने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया. द गार्डियन ने अपनी रिपोर्ट में, फ्रीमैन के हवाले से बताया, "भीड़ मस्जिद की तरफ बढ़ रही थी, कम्युनिटी पर तानें कस रही थी और लोगों को मारपीट कर रही थी, जिसके जवाब में मुस्लिम समुदाय ने खुद को डिफेंड करने का फैसला किया."

रिपोर्ट में, एक हिंदू संगठन की सदस्य, 31 साल की दृष्टि माए के हवाले से कहा गया, "हिंदू समुदाय, फर्स्ट जनरेशन माइग्रेंट कम्युनिटी को टारगेट किया जा रहा है. हिंदू हैं जिन्हें खतरा है और उनपर हमला किया गया. हमें खुद को सुरक्षित रखने का अधिकार है."

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क्या मैच के बाद इंग्लैंड में आम है झड़प?

फुटबॉल मैचों के बाद इंग्लैंड में झड़प और हिंसा की खबरें आम हैं. इसी साल जुलाई में, वेंबली में यूरोपियन चैंपियनशीप के दौरान इंग्लैंड और इटली के मैच के दोरान बिना टिकट वाले कुछ फैंस ने हल्ला मचा दिया. भारत-पाकिस्तान के बीच मैच के दौरान दोनों देशों के फैंस काफी जोश में रहते हैं. हालांकि, इलाके में दोनों के बीच हिंसा होना आम नहीं है.
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लीसेस्टर में दोनों कम्युनिटी ने क्या कहा?

लीसेस्टर के फेडरेशन ऑफ मुस्लिम ऑर्गनाइजेशन के सुलेमान नगदी ने कहा घटना को खतरनाक बताते हुए शांति की अपील की. उन्होंने कहा, "कुछ युवा लोग हैं जो हिंसा कर रहे हैं. हमें ये मैसेज देना होगा कि इसे तुरंत खत्म करना होगा और पेरेंट्स और ग्रैंडपेरेंट्स अपने बेटों से बात कर के ऐसा कर सकते हैं."

कम्युनिटी लीडर्स ने लीसेस्टर में हालात को चिंताजनक बताया है. इलाके में हिंदू और जैन मंदिरों का प्रतिनिधि करने वाले संजीव पाटिल ने कहा,

"हम यहां दशकों से शांति में रह रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से ये साफ हो गया है कि कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें डिस्कस करना होहा कि लोग क्यों नाखुश हैं. हिंसा करना इसका हल नहीं है."
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द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2011 UK सेंसस के मुताबिक, eicester, Leicestershire, और Rutland इलाकों में बड़ी संख्या में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ऐसे लोग रहते हैं, जो किसी धर्म में विश्वास नहीं रखते.

रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम 7.4 फीसदी, हिंदू 7.2 फीसदी, सिख 2.4 फीसदी और ईसाई 55 फीसदी हैं.

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