ब्रिटेन की पीएम लिज ट्रस ने केवल 45 दिनों के उथल-पुथल भरे कार्यालय के बाद प्रधान मंत्री पद से इस्तीफे (Liz Truss resigns) की घोषणा कर दी है. बढ़ते आर्थिक संकट, दो प्रमुख मंत्रियों के इस्तीफे के बाद लिज ट्रस ने लगभग अपने सभी सांसदों का विश्वास खो दिया था. इस्तीफा स्वीकार होने के बाद ट्रस ब्रिटेन के इतिहास में सबसे कम समय तक रहने वाली प्रधान मंत्री होंगी. ट्रस ने कहा कि उन्होंने ब्रिटेन के राजा किंग चार्ल्स तृतीय के साथ बात की है ताकि उसे सूचित किया जा सके कि वह कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के रूप में इस्तीफा दे रही है.
लिज ट्रस ने अपने इस्तीफे में क्या कहा?
मैं ब्रिटेन की कमान संभालने उस दौर में आई थी, जब देश में आर्थिक और अंतर्राष्ट्रीय अस्थिरता थी. परिवार और व्यवसाय चिंतित थे कि उनके बिलों का भुगतान कैसे किया जाए. यूक्रेन में पुतिन के अवैध युद्ध से हमारे पूरे महाद्वीप की सुरक्षा को खतरा है और हमारा देश बहुत लंबे समय से कम आर्थिक विकास के कारण पीछे है. मुझे इसे बदलने के लिए एक जनादेश के साथ कंजर्वेटिव पार्टी द्वारा चुना गया था.
ट्रस ने कहा कि हमने ऊर्जा बिलों पर और राष्ट्रीय बीमा में कटौती की और हमने कम कर, उच्च विकास अर्थव्यवस्था के लिए एक दृष्टिकोण निर्धारित किया, जो ब्रेक्सिट की स्वतंत्रता के लाभ के लिए था. हालांकि, मैं मानती हूं कि स्थिति को देखते हुए, मैं वह जनादेश नहीं दे सकी, जिसके लिए मुझे कंजरवेटिव पार्टी ने चुना था. इसलिए मैंने महामहिम राजा से यह सूचित करने के लिए बात की है कि मैं कंजरवेटिव पार्टी के नेता के रूप में इस्तीफा दे रही हूं.
उन्होंने कहा कि आज सुबह मैं 1922 समिति के अध्यक्ष सर ग्राहम ब्रैडी से मिली. हम सहमत हैं कि अगले सप्ताह में नेतृत्व का चुनाव पूरा होगा. यह सुनिश्चित करेगा कि हम अपनी वित्तीय योजनाओं को पूरा करने और अपने देश की आर्थिक स्थिरता और राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के मार्ग पर बने रहें. उत्तराधिकारी चुने जाने तक मैं प्रधानमंत्री के रूप में बनी रहूंगी.
बता दें, पिछले महीने सरकार ने एक आर्थिक योजना पेश की थी, जिसके असफल होने के कारण आर्थिक उथल-पुथल और राजनीतिक संकट पैदा हो गया. इसके बाद ट्रस को वित्त मंत्री बदलने के अलावा अपनी कई नीतियों को भी उलटना पड़ा था. साथ ही उनके कार्यकाल के दौरान सत्तारूढ़ कन्जरवेटिव पार्टी में अनुशासनहीनता भी देखने को मिली. कन्जरवेटिव पार्टी के कई नेता कह रहे थे कि ट्रस को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. लंबे दबाव के बाद ट्रस ने पद छोड़ दिया.
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