श्रीलंका में 21 अप्रैल को ईस्टर के दिन एक के बाद एक हुए कई बम ब्लास्ट में 321 लोगों की मौत हो गई, जिसमें कम से कम 10 भारतीय हैं. करीब 500 लोग जख्मी हैं . श्रीलंका में गृहयुद्ध के अंत के बाद ये सबसे बड़ा खूनखराबा वाला दिन है. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है.
- ब्लास्ट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन IS ने ली है
- श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कहा- मुझे नहीं दी गई थी हमले की खुफिया रिपोर्ट
- सीरियल ब्लास्ट में अभी तक 321 लोगों की मौत
- कोलंबो बस अड्डे से 87 बम डेटोनेटर बरामद
- मृतकों में 10 भारतीय भी शामिल
- करीब 500 लोगों के घायल होने की खबर
श्रीलंका में अभी भी हमलों की आशंका
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि आतंकवादी और हमले कर सकते हैं और भारतीय दूतावास भी इसकी जद में हो सकता है. श्रीलंका ने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक घोषित किया था और इस दौरान कोलंबो में सफेद झंडे लहराते नजर आए.
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भारत ने हमलों के बारे में पहले ही दी थी जानकारी
श्रीलंकाई मीडिया और कुछ मंत्रियों ने सिरीसेना और विक्रमसिंघे के बीच दरार की जमकर आलोचना की है. दरअसल, ये बात उभर कर आई है कि अधिकारियों को जिहादी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के संभावित हमले के बारे में भारत और अमेरिका से खुफिया सूचना मिली थी. लेकिन कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया. अब श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कहा है कि उन्हें हमले के बारे में खुफिया रिपोर्ट दी ही नहीं गई थी.
सीसीटीवी फुटेज में दिखा संदिग्ध आतंकी
सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध सुसाइड बॉम्बर देखा जा सकता है, बैग लिए जा रहे इस शख्स पर ही सेंट सेबेस्टियन चर्च में धमाका करने का शक है.
IS ने ली हमले की जिम्मेदारी
श्रीलंका में हुए सीरियल बम ब्लास्ट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है. जिहादियों की गतिविधियों पर नजर रखने वाली एक खुफिया वेबसाइट के मुताबिक इस्लामिक स्टेट ने श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर किए गए धमाकों की जिम्मेदारी ली है. इस हमले में 321 लोगों की मौत की खबर है, जिसमें 10 भारतीय भी शामिल हैं.