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Myanmar की सेना पर 30 से ज्यादा लोगों की हत्या का आरोप,KNDF ने जारी किया वीडियो

यह ऐसा था जैसे [सेना] ने उन्हें मठ के सामने खड़ा कर दिया और भिक्षुओं सहित उन सभी को क्रूरता से गोली मार दी: केएनडीएफ

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म्यांमार (Myanmar) की सेना (Junta) पर आरोप है कि उसने 30 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी है. यह आरोप कारेन्नी नैशनलीटीज डिफेंस फोर्स (KNDF) ने लगाया है और बताया है कि, जिन लोगों की हत्या हुई है, वह देश के दक्षिणी इलाके शान प्रांत के बौद्ध मठ में पनाह लिए हुए थे.

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जिस जगह पर ये घटना हुई है, वह इलाका शान प्रांत की राजधानी नायपयीताव और पड़ोसी देश की थाईलैंड की सीमा के बीच है. केएनडीएफ एक सशस्त्र गुट है, जो म्यांमार की सेना के खिलाफ है जो कि इस वक्त देश की सत्ता पर काबिज है.

केएनडीएफ ने जो वीडियो जारी किए हैं वह नीन गांव के बौद्ध मठ का है, जहां कम से कम 20 शव देखे जा सकते हैं. इनमें कुछ शवों पर केसरिया रंग का कपड़ा है, जो पारंपरिक रूप से बौद्ध भिक्षु पहनते हैं.

एक स्थानीय समाचार अखबार कांटारावाडी टाइम्स ने केएनडीएफ के एक प्रवक्ता के हवाले से कहा कि, "यह ऐसा था जैसे [सेना] ने उन्हें मठ के सामने खड़ा कर दिया और भिक्षुओं सहित उन सभी को क्रूरता से गोली मार दी." केएनडीएफ ने यह भी कहा कि, यह पूरे गांव पर एक सैन्य हमला था, आसपास के कुछ घरों को भी जला दिया गया था.

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केएनडीएफ ने कहा कि ग्रामीणों का मानना ​​था कि इस क्षेत्र में सम्मानित भिक्षुओं के साथ शरण लेने से उन्हें सुरक्षा की गारंटी मिल सकती है. केएनडीएफ ने बीबीसी को बताया कि 25 फरवरी के बाद से संघर्ष और लड़ाई बढ़ चुकी है, क्योंकि सैना नीन क्षेत्र में आती रहती है और नीन क्षेत्र शान राज्य से कयाह राज्य के मुख्य मार्ग पर है. सेना का मानना है कि इसी मार्ग पर सेना के खिलाफ लड़ने वाले विद्रोही समूहों को हथियार मिलते हैं.

बीबीसी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस क्षेत्र में कई सारी जाति के लोग रहते हैं जैसे पा-ओ, शान और कारेन्नी. पा-ओ नेशनल ऑर्गनाइजेशन और इसकी सशस्त्र शाखा सेना के समर्थन में हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सेना ने क्षेत्र पर नियंत्रण रखने वाले विद्रोही गुट (कारेन्नी) को चुनौती देने के लिए क्षेत्र में ऐसी जाति के लोगों को मजबूत करने के प्रयास तेज कर दिए हैं. ये जाति आपस में प्रतिद्वंदी हैं.

इस गांव के एक अधिकारी ने स्थानीय अखबार द इरावदी को बताया कि, "कारेन्नी समूहों ने कुछ गांवों पर कब्जा कर लिया है और इसलिए म्यांमार की सेना अब उन पर गोलाबारी कर रही है."

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