पाकिस्तान की अंतरिक्ष यात्री (Astronaut) नामिरा सलीम (Namira Salim) शुक्रवार, 6 अक्टूबर को अंतरिक्ष (Space) की यात्रा के लिए उड़ान भरने वाली हैं. ऐसा करने वाली नामिरा पाकिस्तान (Pakistan) की पहली अंतरिक्षयात्री होंगी. स्पेस के क्षेत्र में पाकिस्तान का अब तक कहीं नाम नहीं था लेकिन अब पाकिस्तान की नामिरा इतिहास में अपना नाम दर्ज करने जा रही है.
लेकिन नामिरा की इस अंतरिक्ष यात्रा में पाकिस्तान का कोई योगदान नहीं है. न तो पाकिस्तान की स्पेस एजेंसी नामिरा को भेज रही है और न ही पाकिस्तान उनकी यात्रा का खर्च उठा रही है. फिर नामिरा कैसे इतिहास रच रही है? उनके साथ और कौन स्पेस में जाने वाला है? आइए जानते हैं सबकुछ.
स्पेस में कैसे जा रही नामिरा सलीम?
नामिरा स्पेस की यात्रा अपने खर्च पर ही कर रही हैं. वह निजी तौर पर स्पेस में जा रही है. एक प्राइवेट कंपनी की मदद से नामिरा स्पेस में पहुंचेंगी. दरअसल वर्जिन गैलेक्टिक (Virgin Galactic) एक प्राइवेट स्पेसफ्लाइट कंपनी है जो लोगों को स्पेस की सैर करवाती है. यह कंपनी अरबपति रिचर्ड ब्रैन्सन की है.
साल 2006 में वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी की स्थापना हुई थी और उसी समय 100 लोगों ने स्पेस में जाने के लिए अपना टिकट बुक कराया था. नामिरा उन 100 अंतरिक्ष यात्रियों की लिस्ट में शामिल हैं. इसके लिए नामिरा ने 2 लाख डॉलर तक का भुगतान किया है. अब यह कीमत दोगुनी हो गई है.
यह वर्जिन गैलेक्टिक का गैलेक्टिक 04 मिशन होगा जिसमें नामिरा सफर करने वाली हैं. नामिरा के अलावा इसमें दो और अंतरिक्ष यात्री भी शामिल होंगे. इनमें से एक अमेरिका के रॉन रोसानो हैं और दूसरे, ब्रिटेन के ट्रेवर बेट्टी हैं. वर्जिन गैलेक्टिक ये पांचवीं और कुल नौवीं उड़ान होगी.
अंतरिक्ष मिशन को अंजाम देने के लिए रॉकेट का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन वर्जिन गैलेक्टिक एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल करता है, 15 हजार फीट की ऊंचाई पर जाकर स्पेसक्राफ्ट इससे अलग होता है और अंतरिक्ष में 90 हजार किमी तक का सफर तय करता है, इसके बाद यह वापस आता है और प्लेन की तरह यह रनवे पर उतरता है.
कौन हैं नामिरा सलीम?
एस्ट्रोनॉट नामिरा सलीम पाकिस्तान के कराची में पैदा हुई है लेकिन वह बाद में पढ़ाई के लिए कोलंबिया चली गईं थीं. मौजूदा समय में वो अपने परिवार के साथ फ्रांस में रहती हैं. वो पाकिस्तान की आधिकारिक अंतरिक्ष यात्री हैं. साल 2006 में पाकिस्तान सरकार की ओर से उन्हें सर्टिफाई किया गया था. 2007 में उन्होंने अमेरिका के नास्टर सेंटर से सब आर्बिटल स्पेस फ्लाइट की ट्रेनिंग पूरी की थी.
वो पहली पाकिस्तानी हैं, जो नॉर्थ पोल और साउथ पोल दोनों पर भी जा चुकी हैं. साल 2007 के अप्रैल में वो नॉर्थ पोल की यात्रा पर गई थीं. वहीं, साल 2008 की जनवरी में वो साउथ पोल पर पहुंची थीं. नामिरा ने माउंट एवरेस्ट के ऊपर स्काईडाइव भी किया है ऐसा करने वाली वो अशिया की पहली महिला बनीं.
खलीज टाइम्स से बातचीत में नामिरा ने बताया था कि, "मेरे पिता ही थे जिन्होंने सबसे पहले मुझे ध्रुव तारा दिखाया था. उन्होंने मुझे रात के आकाश में दिखने वाले तारामंडल के बारे में सिखाया और उन्होंने मुझे - बहुत कम उम्र में - सितारों तक पहुंचने के लिए प्रेरित किया."
उन्होंने आगे कहा:
"मैं पाकिस्तान में बचपन से ही रात के आसमान को देखते हुए बड़ी हुई और जब हम 1980 के दशक में संयुक्त अरब अमीरात चले गए, तो मैंने अपनी युवावस्था भी सितारों को देखते हुए ही बिताई."नामिरा सलीम
और अब नामिरा का सपना पूरा होने जा रहा है वह स्पेस का सफर कर स्पेस में जाने वाली पहली पाकिस्तानी होंगी.
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