न्यूजीलैंड में फरवरी के बाद कोविड -19 का पहला मामला सामने आया है. इसके तुरंत बाद न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने देश में तीन दिनों का लॉकडाउन लगा दिया है.
यह आकस्मिक लॉकडाउन मंगलवार रात मध्यरात्रि से शुरू होगा. अधिकारियों ने देश के सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में एकल संक्रमण के स्रोत की पहचान करने की कोशिश में लग गए हैं. हालांकि जीनोम अनुक्रमण अभी तक पूरा नहीं हुआ है. इस मामले को अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वेरियंट माना जा रहा है.अर्डर्न ने वेलिंगटन में मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि
"डेल्टा वैरिएंट परिस्थितियों को बदलने वाला रहा है, हम इससे निपट रहे हैं. अविलंब इससे बाहर निकलने के लिए, हम जो सबसे अच्छी चीज कर सकते हैं, वह है कड़ी मेहनत करना"अर्डर्न
"एक साल पहले, महामारी से पार पाने के बाद से यह न्यूजीलैंड का पहला राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन है. तथाकथित अलर्ट लेवल 4 के तहत, सभी स्कूलों, सार्वजनिक स्थानों और अधिकांश व्यवसायों को बंद कर देना चाहिए और लोगों से आग्रह किया जाता है कि अगर उन्हें बाहर निकलने की जरूरत है तो वे अपना चेहरा ढक लें. केवल किराने का सामान, गैसोलीन और स्वास्थ्य उत्पादों जैसी आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाली दुकानें ही खुली रह सकती हैं."
जब मामला दर्ज किया गया तो न्यूजीलैंड डॉलर, 1 अमेरिकी सेंट से अधिक गिरकर 69.07 सेंट तक पहुंच गया. चूंकि निवेशकों ने जोखिम लेना कम कर दिया है और उनका मानना है कि केंद्रीय बैंक बुधवार को अपने नीतिगत फैसले पर ब्याज दरें बढ़ाएगा, इसलिए बॉन्ड यील्ड और स्वैप दरों में गिरावट आयी है.
मामला ऑकलैंड के एक 50 से अधिक उम्र के गैर-टीकाकृत व्यक्ति का है, जिसे 12 अगस्त से संक्रामक माना जा रहा है. वह और उनकी पूरी तरह से टीकाकृत पत्नी सप्ताहांत में पास के एक कोरोमंडल क्षेत्र में गए थे, जहां वे रात में एक भीड़भाड़ वाले पब में ऑल ब्लैक्स रग्बी खेल देखने चले गए.स्वास्थ्य महानिदेशक एशले ब्लूमफील्ड ने समाचार सम्मेलन को बताया
उन गतिविधि और उसके डेल्टा होने की संभावना के कारण अधिकारियों ने तत्काल राष्ट्रव्यापी प्रतिक्रिया की सलाह दी. ऑकलैंड और कोरोमंडल में सात दिनों का लॉकडाउन लगा दिया गया है.
"कड़ी मेहनत और जल्दी निर्णय लेने की रणनीति पहले भी हमारे लिए काम कर चुकी है. हम हल्का और लंबा प्रयास की बजाय हम छोटा और कठोर कदम उठाना चाहते हैं."
RBNZ (The Reserve Bank of New Zealand) का निर्णय
न्यूजीलैंड ने अब तक बड़े पैमाने पर वायरस को समुदाय से बाहर रखा हुआ है. जिससे उसकी अर्थव्यवस्था को महामारी के दौरान जल्दी ठीक होने में मदद मिली थी. लेकिन धीमें वैक्सिनेशन प्रक्रिया, विशेष रूप से डेल्टा वैरियंट ने इसे एक और प्रकोप की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है. डेल्टा वैरियंट ने ही पड़ोसी देश ऑस्ट्रेलिया के बड़े हिस्से में लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर कर दिया था.
यह मामला तब सामने आया है जब एक दिन बाद रिजर्व बैंक द्वारा आधिकारिक नकद दर की समीक्षा होनी है.
लॉकडाउन की खबर आने से पहले, अधिकांश अर्थशास्त्री सुधरती हुई अर्थव्यवस्था में एक चौथाई प्रतिशत की वृद्धि की भविष्यवाणी कर रहे थे.
ऑस्ट्रेलिया में देश के 26 मिलियन आबादी में से आधे से अधिक लोगों पर लॉकडाउन लगाने के बावजूद कोरोना का प्रकोप लगातार फैल रहा है. न्यू साउथ वेल्स राज्य में मंगलवार को 452 नए मामले दर्ज किए जबकि एक दिन पहले ही रिकॉर्ड 478 केस दर्ज किए गए थे. जिसमें से एक बड़ा हिस्सा डेल्टा वैरियंट से प्रभावित पाया गया था. ऑस्ट्रेलिया का सबसे अधिक आबादी वाला शहर सात सप्ताह से अधिक समय से लॉकडाउन में है, और कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने न्यू साउथ वेल्स सरकार की आलोचना की है कि कम्युनिटी में जब वायरस फैल चुका था तब्य लॉकडाउन लगाया गया.
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