Nobel prize in literature 2023: एक के बाद एक फिल्ड में साल 2023 के लिए नोबेल पुरस्कारों की घोषणा हो रही है. रॉयल स्वीडिश अकादमी ने गुरुवार, 5 अक्टूबर को घोषणा की कि साहित्य में 2023 का नोबेल पुरस्कार नॉर्वेजियन लेखक जॉन फॉसे (John Fosse) को दिया जा रहा है. रॉयल स्वीडिश अकादमी ने जॉन फॉसे को नोबेल देने के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने इनोवेटिव नाटकों और गद्यों से अनकहे को आवाज दी है.
जॉन फॉसे को जानिए
जॉन फॉसे का जन्म 1959 में नॉर्वे के हाउगेसुंड में हुआ. सात साल की उम्र में हुई एक गंभीर दुर्घटना ने एक एडल्ट के रूप में इस लेखक के लेखन पर बड़ा प्रभाव डाला. उस दुर्घटना में उनकी जान जाती जाती बची. अपनी किशोरावस्था में, लेखन की ओर जाने से पहले, वह एक रॉक गिटारिस्ट बनने की इच्छा रखते थे.
वह यूरोप के सबसे अधिक प्रदर्शन करने वाले नाटककारों में से एक हैं, और उनके विरल, पिनटेरेस्क नाटकों के कारण उन्हें साल-दर-साल नोबेल के लिए नॉमिनेट किया जाता रहा है.
उनका पहला उपन्यास, राउड्ट, स्वार्ट (रेड, ब्लैक) 1983 में प्रकाशित हुआ था, हालांकि वह 1981 में एक स्टूडेंट न्यूजपेपर में प्रकाशित लघु कहानी हान (हे) को अपनी साहित्यिक शुरुआत मानते हैं. एक लेखक के रूप में उनकी सफलता 1989 के उपन्यास नॉस्टेट (बोटहाउस) से मिली.
इसके बाद उन्होंने 1992 में अपना पहला नाटक लिखा: नोकोन केजेम टिल आ कोम (कोई आने वाला है). जबकि यह फॉसे द्वारा लिखा गया पहला नाटक था, ओग एल्ड्री स्कल वी स्किलजस्ट (एंड नेवर शैल वी पार्ट) 1994 में बर्गेन के नेशनल थिएटर में प्रदर्शित होने वाला पहला नाटक था.
बता दें अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के अनुसार, साहित्य में नोबेल पुरस्कार "उस व्यक्ति को दिया जाना चाहिए, जिसने साहित्य के क्षेत्र में आदर्शवादी दिशा में सबसे बेहतर काम किया हो."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)