ADVERTISEMENTREMOVE AD

जैश की मौजूदगी पर पाकिस्तान कंफ्यूज, अब पाक सेना ने दिया ये बयान

जैश को लेकर पाक सेना और सरकार के अलग-अलग बयान

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की मौजूदगी से अब पाकिस्तान ने इनकार कर दिया है. पाकिस्तान सेना की तरफ से आए बयान में कहा गया है कि जैश पाकिस्तान में मौजूद नहीं है. लेकिन दिलचस्प बात ये है कि इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने बयान दिया था कि मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है. मौलाना मसूद अजहर ही जैश का सरगना है. हाल ही में पाकिस्तान की तरफ से मसूद अजहर के भाई और बेटे को हिरासत में लिया गया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पाक सेना का नया पैंतरा

विदेश मंत्री के बयान को भुलाकर पाकिस्तान आर्मी के प्रवक्ता की तरफ से यह कमजोर बयान आया है. यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने अपनी सरजमीं पर आतंकी संगठनों की मौजूदगी को नकारा है. इससे पहले कई बार पाक ऐसा कर चुका है. अब जब दुनिया के सामने पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब हो चुका है तो उसने जैश की पाक में मौजूदगी से ही इनकार कर दिया. दुनियाभर के देशों की नजर में धूल झोंकने का पाकिस्तान सेना का यह नया पैंतरा है.

जैश-ए-मोहम्मद वही आतंकी संगठन है, जिसने हाल ही में हुए पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली है. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को CRPF के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था. जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे

क्या बोले थे पाक विदेश मंत्री?

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि मसूद अजहर काफी बीमार है. उन्होंने सीएनएन को बताया, ''वह (मसूद अजहर) पाकिस्तान में है. मेरी जानकारी के मुताबिक, वह काफी बीमार है. वह इतना बीमार है कि अपने घर से बाहर भी नहीं निकल सकता.''

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हिरासत में लिए गए थे जैश के आतंकी

पाकिस्तान आर्मी के इस बयान से ठीक पहले पाकिस्तान ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की थी. जिसमें 44 आतंकियों को हिरासत में लिया गया. बताया गया था कि इसमें मसूद अजहर के भाई और बेटे सहित कई जैश के आतंकी शामिल थे. इसीलिए पाकिस्तान अपने ही झूठ में फंसता हुआ नजर आ रहा है. अगर जैश पाकिस्तान में नहीं है तो उसके सरगना और आतंकी वहां क्या कर रहे हैं?

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×