पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार को कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को 75 आतंकियों की जो सूची सौंपी है उसमें आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद का नाम नहीं है. सईद मुंबई में हुए आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है.
सईद इस साल जनवरी से पाकिस्तान में नजरबंद है. शुरुआत में उसे एक साल के लिए नजरबंद किया गया था बाद में उसकी नजरबंदी कई बार बढ़ा दी गई. आतंकी गतिविधियों में सईद की भूमिका को लेकर उस पर एक करोड़ रुपये का इनाम है.
आसिफ ने पाकिस्तानी संसद में किया दावा
विदेश मंत्री आसिफ ने संसद के उच्च सदन में एक सत्र के दौरान सीनेटरों को बताया कि अमेरिका ने पाकिस्तान को 75 आतंकियों की सूची सौंपी है जबकि हमने उन्हें करीब 100 आतंकवादियों की सूची सौंपी है. आसिफ ने कहा, हक्कानी नेटवर्क सूची में सबसे ऊपर है लेकिन कोई भी आतंकी पाकिस्तानी नहीं है.
मुंबई अटैक का मास्टरमाइंड है सईद
बता दें कि हाफिज सईद ने 2008 में हुए मुंबई हमले की जिम्मेदारी ली थी. सईद लश्कर-ए-तैयबा संगठन का सरगना है. इस संगठन की शुरुआत अफगानिस्तान के कुन्नार में साल 1987 में हुई थी. लश्कर के अलावा हाफिज सईद ने जमात-उद-दावा की शुरुआत भी की. साल 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के बाद हाफिज सईद ने जमात-उद-दावा की शुरुआत की थी.
इस संगठन को हाफिज और पाक दोनों ही चैरिटेबल ट्रस्ट बताते हैं. जबकि अमेरिका और यूएन ने इसे बैन किया हुआ है. 5 दिसंबर 2001 में अमेरिका ने इसे अपनी आतंकी लिस्ट में शामिल किया था. 26 दिसंबर 2001 को अमेरिका ने इसे एफटीओ यानी फॉरेन टेररिस्ट संगठन करार दिया.
पिछले महीने न्यूयॉर्क में एशिया सोसाइटी में सवाल-जवाब के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा हाफिज सईद और उसके संगठन से छुटकारा पाने के लिए कुछ समय चाहिए.
इस दौरान आसिफ ने अमेरिका पर भी निशाना साधा था. आसिफ ने कहा था कि लश्कर के बनने में या बनाने में सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बल्कि अमेरिका भी जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि 20 साल पहले अमेरिका ने भी इसकी मदद की थी.
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