वैसे तो पाकिस्तान बार-बार भारत से बराबरी करने की कोशिश में लगा रहता है. लेकिन नतीजा क्या होता है, यह सबके सामने है. इस बार पाकिस्तान को बुलेट ट्रेन लाने की सूझी, लेकिन उसने पहले ही हार मान ली.
पाकिस्तान के रेल मंत्री ख्वाजा साद रफीक ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट लाने से ही साफ इनकार कर दिया है.
पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने चुनाव के समय बुलेट ट्रेन लाने का वादा किया था, लेकिन रेल मंत्री रफीक ने मंगलवार को नेशनल असेंबली में कहा कि देश के पास इतना रुपया नहीं है कि वह अपने यहां बुलेट ट्रेन जैसा प्रोजेक्ट ला सके.
चीन ने भी मदद से किया इनकार
रफीक ने असेंबली में कहा, “जब हमने चीन से इस बारे में बात की, तो वह हम पर हंसने लगा. चीन ने भी पाकिस्तान में बुलेट ट्रेन न लाने की सलाह दी है. बुलेट ट्रेन बोलचाल के लिए तो ठीक है, लेकिन इसको असलियत में लाना संभव नहीं है.”
बुलेट ट्रेन तो नहीं, लेकिन बुलेट ट्रेन जैसी एक और ट्रेन CPEC प्रोजेक्ट के तहत लाई जा सकती है, जो पाकिस्तान-चीन के बीच 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. इसको बनने में 15 साल का समय लगेगा और 46 बिलियन डॉलर का खर्चा आएगा.ख्वाजा साद रफीक, रेल मंत्री, पाकिस्तान
पाकिस्तान के लोग नहीं करेंगे इस्तेमाल
रफीक ने कहा, ''चलो मान भी लिया, अगर जैसे-तैसे हम लोग बुलेट ट्रेन ले भी आते हैं, तो फिर पाकिस्तान के लोगों के पास इतना रुपया नहीं है कि वे इसका महंगा टिकट खरीदें और इसको इस्तेमाल में लाएं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)