जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा हटने का विरोध जता रहा पाकिस्तान इस मुद्दे को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग पड़ता दिख रहा है. दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि पाकिस्तानी ‘मूर्खों की जन्नत’ में ना रहें और ये ना समझें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की आपत्तियां सुनने के लिए हार लेकर इंतजार कर रहा है.
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में कुरैशी ने कहा कि UNSC का कोई भी स्थायी सदस्य पाकिस्तान की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है. इतना ही नहीं कुरैशी को इस्लामिक देशों से भी कश्मीर मुद्दे पर कोई खास समर्थन मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि इस्लामिक देश भी शायद कश्मीर पर पाकिस्तान का साथ ना दें क्योंकि भारत एक बड़ा बाजार है, वहां बहुतों का निवेश है.
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, कुरैशी ने कहा
जज्बात उभरना बहुत आसान है, ऐतराज करना उससे भी आसान है, लेकिन एक मसले को समझकर आगे ले जाना पेचीदा काम है. आगे वो लोग आपके लिए हार लेकर नहीं खड़े हैं.शाह महमूद कुरैशी, पाकिस्तानी विदेश मंत्री
कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों के मुद्दे पर हर मंच पर लड़ रहा है. उन्होंने बताया, ''प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने व्यापक प्रयासों में तुर्की, ईरान और इंडोनेशिया सहित विश्व के नेताओं से संपर्क किया है, ताकि उन्हें कश्मीर पर भारत के कदम से रूबरू कराया जा सके.''
बता दें कि भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को बेअसर करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद पाकिस्तान ने ऐलान किया है कि वो 14 अगस्त को ‘‘कश्मीर एकजुटता दिवस’’ और 15 अगस्त को ‘काला दिवस’ मनाएगा. इस बीच कुरैशी से विपक्षी दलों से अपील की है कि कश्मीर मुद्दे पर देश का एकजुट रुख होना चाहिए. हालांकि बीते पाकिस्तानी संसद की एक संयुक्त बैठक में भारत के खिलाफ प्रस्ताव की भाषा को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच मतभेद सामने आए थे.
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