पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) आज 31 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव के अंतिम चरण से गुजरेंगे. पाकिस्तान के पीएम को उनके पद से हटाने के लिए नेशनल असेंबली (National Assembly) में वोटिंग कराए जाने की उम्मीद है उससे पहले आज इस अविश्वास प्रस्ताव (No confidence motion) पर नेशनल असेंबली में डिबेट होगी. बीते कुछ दिनों में इमरान खान की कई सहयोगी पार्टियों ने उनकी सरकार से अपना समर्थन वापिस ले लिया है.
इमरान खान के खिलाफ 342 सीटों वाली नेशनल असेंबली में 172 के बहुमत से कम होने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ेगा. बुधवार 30 मार्च को उनके गठबंधन के मुख्य सहयोगी, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम) ने उनका साथ छोड़ दिया था. जिसके बाद इमरान खान की सरकार ने अपना बहुमत गवां दिया है और अब उनके पीएम पद पर बने रहने की उम्मीद बेहद कम नजर आ रही है.
नेशनल असेंबली के 196 सदस्य पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो के न्यौते पर सिंध हाउस में मिले. विपक्ष की ताकत का प्रदर्शन इस बात का साफ संकेत था कि इमरान खान के पास अब कोई चारा नहीं बचा है.
इस बीच इमरान ने पिछले 12 घंटे में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ तीसरे दौर की बातचीत की. इमरान ने बुधवार को बाजवा से पहली मुलाकात के बाद राष्ट्र के नाम अपना संबोधन रद्द कर दिया था.
संयुक्त विपक्ष संसदीय समिति की बैठक की अध्यक्षता विपक्ष के नेता और पीएमएल (एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ दोपहर 3 बजे करेंगे. अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शाम 4 बजे नेशनल असेंबली में शुरू होगी.
पाकिस्तान आर्मी का कहना है कि वह इस राजनैतिक उठक -पठक से दूर है और इसमें बिलकुल भी दखल नहीं देगी. लेकिन जानकारों का मानना है की इमरान खान की सरकार पाकिस्तान आर्मी के इशारों पर ही बर्खास्त होने जा रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार इमरान खान के कुछ बयान पाकिस्तान आर्मी को नगवार और उन्हें मुश्किल में डालने वाले साबित हुए है. जिसके बाद ही इमरान खान से पाकिस्तान की सेना ने अपना समर्थन वापिस ले लिया है.
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