पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव को नेशनल असेंबली के डेप्यूटी स्पीकर ने अंसवैधानिक बताते हुए खारिज कर दिया है. इस बीच इमरान खान ने बयान जारी करते हुए पाकिस्तान में नए चुनाव की मांग की है. डिप्टी स्पीकर ने पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव को अनुच्छेद 5 के खिलाफ बताया है.
'वफादारी प्रत्येक नागरिक का मूल कर्तव्य'
पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 5 के मुताबिक राज्य के प्रति वफादारी प्रत्येक नागरिक का मूल कर्तव्य है. संविधान और कानून का पालन करना हर नागरिक का दायित्व है कि वह कहीं भी हो और पाकिस्तान के भीतर हर दूसरे व्यक्ति का दायित्व है.
सत्र शुरू होने के कुछ ही समय बाद मंच पर आते हुए, सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि अनुच्छेद 5 के तहत राज्य के प्रति वफादारी प्रत्येक नागरिक का मूल कर्तव्य है. उन्होंने इमरान खान के पहले के दावों को दोहराते हुए कहा कि सरकार को हटाने के कदम के पीछे एक विदेशी साजिश थी.
कौम को आज मुबारक देता हूं- इमरान खान
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि नेशनल असेंबली के स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को रिजेक्ट किया है. ये एक बाहर से प्लान किया हुआ अविश्वास प्रस्ताव था. इसके पीछे एक फॉरेन एजेंडा था. आज स्पीकर ने उसको रिजेक्ट किया है. मैं सारी कौम को आज मुबारक देता हूं. मुझे कल से इतने लोग पैगाम दे रहे थे. वे परेशान थे कि ये क्या हो रहा है.
सारी कौम के सामने ये एक गद्दारी हो रही थी. गद्दार बैठे हुए थे और साजिश हो रही थी. मैं उनको पैगाम देना चाहता हूं कि घबराना नहीं. अल्लाह इस कौम के ऊपर देख रहा है. इस तरह की साजिश कौम कामयाब नहीं होने देगी. आज स्पीकर ने जो अपनी पावर यूज करके फैसला किया है, अब इसके बाद मैंने अब अभी से प्रेसिडेंट साहब को एडवाइज भेज दी है कि असेंबली डिजॉल्व करे. एक डेमोक्रेटिक सोसाइटी में हम अवाम के पास जाए. इलेक्शन हो. अवाम फैसला करे.इमरान खान
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