पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ कश्मीर मुद्दे पर फिर से अमेरिकी दखल की मांग की है. इमरान खान ने अमेरिकी प्रशासन से कश्मीर मुद्दे को हल करने के लिए मदद मांगी है. HBO के Axios प्रोग्राम में इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान के पीएम ने ये बात कही. पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर तीसरी पार्टी को शामिल करने की मांग करता रहा है लेकिन भारत ने कश्मीर मामले में किसी भी तीसरे पक्ष को शामिल करने से हमेशा इनकार किया है.
इमरान खान ने कहा कि उन्होंने अब तक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बात नहीं की है. उन्होंने कहा कि अगर दोनों नेताओं की मुलाकात होती है तो उनसे कश्मीर मुद्दे पर दखल देने की मांग करेंगे.
पाक पीएम की कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग
जब इमरान खान से पूछा गया कि वो बाइडेन के साथ बैठक में क्या बातचीत करेंगे तो उन्होंने कहा कि-
अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क है और उसके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है. हमारे उपमहाद्वीप में रह रहे करीब 140 करोड़ लोग कश्मीर मुद्दे को लेकर झगड़ रहे हैं. UNSC रिजॉल्यूशन के मुताबिक कश्मीर एक विवादित इलाका है. कश्मीर के लोगों को अपने जीवन के बारे में फैसला करने के लिए जनमत संग्रह कराया जाना चाहिए. लेकिन ये कभी नहीं हो सका. अगर अमेरिका ठान लेता है कि वो इस मुद्दे का हल करेगा तो ये इसका समाधान निकल सकता है.इमरान खान, पीएम, पाकिस्तान
भारत का कश्मीर पर किसी भी मध्यस्थता इनकार
पाकिस्तान पीएम के इस बयान पर अभी भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ कोई बयान नहीं आया है. इसके पहले भारत ने कश्मीर मुद्दे पर हमेशा किसी भी तरह की मध्यस्थता से इनकार किया है. पाकिस्तान के हाल के बयानों का जवाब देते हुए भारत का जवाब रहा है कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा रहा है और अगर इसमें कोई छेड़खानी करता है तो ये भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप माना जाएगा.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने 2019 और 2020 में डोनाल्ड ट्रंप से करीब 5 बार कश्मीर मुद्दे पर बात की थी.
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