पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (Pakistan National Assembly) में रविवार को 10 मिनट के अंदर इमरान खान के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया. इसके तुरंत बाद इमरान खान ने राष्ट्रपति से संसद भंग किए जाने की सिफारिश कर दी. जिस पर राष्ट्रपति ने भी अपनी सहमति दे दी और संसद को भंग कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान में तेजी से घटनाक्रम बदले. संसद भंग किए जाने से नाराज विपक्ष ने हंगामा जारी कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को स्वतः संज्ञान में ले लिया. अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है, जिसकी सुनवाई सोमवार को भी नहीं हो सकी. अब इस मामले की मंगलवार को सुनावई होगी.
मंगलवार को दोपहर 12:30 बजे होगी सुनवाई
पाकिस्तान में जारी सियासी संकट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मामले की सुनवाई मंगलवार यानी 5 अप्रैल को दोपहर 12.30 बजे होगी. कोर्ट ने कहा कि यह संविधान से जुड़ा मामला है, इसलिए जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं दे सकते हैं.
इमरान खान ने किया प्रदर्शन का ऐलान
उधर, इमरान खान ने विरोधियों के खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने कहा कि इमरान खान देशद्रोहियों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे, जो सरकार को गिराने के लिए विदेशी साजिश का हिस्सा थे.
कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति तक पद पर बने रहेंगे इमरान
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी की तरफ एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है. इस नोटिफिकेशन के अनुसार इमरान खान कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति होने तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने रहेंगे.
इमरान खान के उस दावे पर सवाल उठाते हुए PML-N के नेता शहबाज शरीफ ने कहा कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव 8 मार्च को पेश किया गया था और अगर कोई खतरा थो तो इसे 24 मार्च से पहले क्यों नहीं उठाया गया. इस दौरान उन्होंने, इमरान खान पर पाकिस्तान में सिविल मार्शल लॉ लगाने का आरोप भी लगाया.
बता दें, इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव को पीछे विदेशी साजिश और अमेरिका से खतरा होने की बात कही थी.
इमरान की पार्टी PTI ने कार्यवाहक PM के लिए भेजे नाम
वहीं, पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री के लिए इमरान की पार्टी PTI की ओर से राष्ट्रपति को दो नाम भेजे गए हैं. इनमें से एक नाम पूर्व चीफ जस्टिस गुलजार अहमद का नाम शामिल है. PTI के नेता फवाद हुसैन ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी. मंत्री फवाद चौधरी ने बताया कि अगर विपक्ष अगले 7 दिन में अपनी ओर से नाम नहीं भेजता है, तो हमारे द्वारा भेजे गए नामों में से एक को कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुन लिया जाएगा.
पाकिस्तान के कार्यवाहक PM चुने जाने की प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगे शहबाज शरीफ
उधर, पाकिस्तान में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने कार्यवाहक पीएम चुनने के लिए प्रक्रिया में शामिल होने से इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि असंवैधानिक तरीके से अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किया गया और संसद को भंग किया गया है, इसलिए वह इस प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगे.
शहबाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान ने कानून और संविधान का उल्लंघन किया है. अगर सब कुछ कानून और संविधान के अनुसार होता तो इमरान और उनकी पार्टी को नुकसान होता, इसका वे सामना नहीं कर सकते थे. इसलिए, उन्होंने लोकतंत्र को चोट पहुंचाई और संविधान का उल्लंघन किया.
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