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पाकिस्तान ने आतंक पर नहीं लिया एक्शन, FATF ने दी फरवरी की डेडलाइन

अब फरवरी 2021 तक ग्रे लिस्ट में ही रहेगा पाकिस्तान

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पाकिस्तान पर आतंक को पनाह देने का आरोप कोई नया नहीं है. इसी के चलते ग्लोबल टेरर फाइनेंसिंग वॉचडॉग एजेंसी FATF ने उसे ग्रे लिस्ट में डाल दिया था. लेकिन अब एक बार फिर FATF ने कहा है कि फिलहाल पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही रखा जाएगा. क्योंकि उसने आतंक पर लगाम लगाने की जो शर्तें थीं उन्हें अब तक पूरा नहीं किया है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने इससे पहले भी आतंक पर एक्शन प्लान को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी दी थी.

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फरवरी 2021 तक का दिया वक्त

FATF की तरफ से जारी बयान के मुताबिक पाकिस्तान ने अब तक आतंक को लेकर एक्शन प्लान को पूरा नहीं किया है. जिसमें आतंकी संगठनों को बैन करना और उनकी फंडिंग रोकने जैसी कार्रवाई शामिल थी.

एजेंसी ने कहा कि पाकिस्तान को एक्शन प्लान के लिए दी गई डेडलाइन अब क्रॉस हो चुकी हैं. जिसके बाद एफएटीएफ पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहता है कि वो अपने एक्शन प्लान को फरवरी 2021 तक पूरा करे. हालांकि पाकिस्तान ने 27 चीजों में से 21 पूरी कर ली हैं. लेकिन बाकी बची 6 चीजें भी दुनिया के लिए खतरा साबित हो सकती हैं.

बता दें कि इससे पहले फरवरी में भी इसी मामले को लेकर FATF पाकिस्तान को फटकार लगा चुका है. एजेंसी ने फरवरी में कहा था कि फिलहाल पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही रखा जा रहा है और अगर उसने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो उसके खिलाफ और सख्त एक्शन लिए जाएंगे. पाकिस्तान को जून 2020 तक सभी 27 निर्देशों का पालन करने को कहा गया था.

अगर पाकिस्तान ने एफएटीएफ की तरफ से जारी बाकी निर्देशों को पूरा नहीं किया तो उसे ग्रे लिस्ट के बाद ब्लैक लिस्ट में डाला जा सकता है. अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो इसका उसकी इकनॉमी पर काफी बुरा असर पड़ेगा.

क्या है FATF?

FATF एक इंटर-गवर्नमेंटल संगठन है, जिसे 1989 में मनी लॉन्डरिंग, टेरर फाइनेंसिंग और इंटरनेशनल फाइनेंशियल सिस्टम को खतरे से निपटने के लिए बनाया गया था. FATF में अभी 39 सदस्य हैं. भारत इसके एशिया-पैसिफिक ग्रुप का मेंबर है.

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