पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) मोईद युसूफ अफगानिस्तान वार्ता में हिस्सा लेने भारत नहीं आएंगे. युसूफ ने मंगलवार, 2 नवंबर को यह जानकारी दी है.
भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नेतृत्व में 10-11 नवंबर को अफगानिस्तान के मुद्दे पर चर्चा होनी है. इस बैठक के लिए भारत की ओर से चीन, पाकिस्तान, रूस, ईरान उजबेकिस्तान, तजाकिस्तान आदि को न्योता दिया गया है. हालांकि चीन और रूस ने भी फिलहाल इस वार्ता में शामिल होने की पुष्टि नहीं की है.
पहले अटकले थीं कि पाकिस्तानी एनएसए इस बातचीत में शामिल होने दिल्ली आ सकते हैं. युसूफ ने इस बैठक में भारत यात्रा की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा, '' इस क्षेत्र की रुकावट आपके सामने है. इसके लिए बहस करने की जरूरत नहीं है. दुर्भाग्य से भारत के सरकार व्यवहार और उसकी विचारधारा की वजह से मुझे समझ नहीं आता कि शांति प्रकिया कैसे आगे बढ़ेगी.''
पाकिस्तानी एनएसए ने आरोप लगाते हुए कहा कि दुनिया ने भारत को लेकर अपनी आंखें मूंद ली हैं.
अफगानिस्तान में तालिबान का शासन आने के बाद भारत सुरक्षा हालात को लेकर चिंतित है. इसी वजह से वहां के हालात पर चर्चा के लिए इस वार्ता का आयोजन किया जा रहा है.
अफगानिस्तान तालिबान के शासन आने के बाद वहां महिलाओं, अल्पसंख्यकों के हालात लेकर भारत लगातार आशंकाएं जताता रहा है. भारत कि चिंता है कि कहीं अफगानिस्तान आतंकवाद का नया गढ़ न बन जाए. इन्हीं आशंकाओं की वजह से भारत की ओर तालिबान का वार्ता का न्योता नहीं भेजा गया है.
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