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300 से अधिक दफन, 1000 से अधिक घर दबे- पापुआ गिनी में भूस्खलन के बाद लोगों ने क्या बताया?

राजधानी पोर्ट मोरेस्बी स्थित संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने कहा कि अब तक मलबे से केवल चार शव निकाले गए हैं.

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"वहां कोई घर नहीं बचा था", ये बात पास के गांव के निवासी डोमिनिक लाउ ने कही कि जब वह भूस्खलन स्थल पर पहुंचा.

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया एबीसी से बात करते हुए, डोमिनिक लाउ ने कहा कि यहां सब "मिट्टी की तरह बिल्कुल सपाट" हो गया था. "वहां कुछ भी नहीं था, केवल चट्टानें और मिट्टी... कोई लोग नहीं थे और देखने के लिए कोई घर नहीं बचा था."

पापुआ गिनी में हुई भारी भूस्खलन के बाद बचाव कार्य जारी है. जानकारी के अनुसार, घटना में सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है.

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समुदाय के नेता मार्क इपुइया ने शनिवार (25 मई) को समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "इस समय, हम अभी भी बड़े पैमाने पर भूस्खलन से दबे हुए शवों की तलाश कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि "300 से अधिक" ग्रामीणों के शव जमीन में दफन होने की आशंका है.

राजधानी पोर्ट मोरेस्बी स्थित संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने कहा कि अब तक मलबे से केवल चार शव निकाले गए हैं.

सरकारी अधिकारियों के अनुसार, यह आपदा शुक्रवार (24 मई) को स्थानीय समयानुसार लगभग 03:00 बजे (गुरुवार को 17:00 GMT) सुबह एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में आई, जब कई ग्रामीण घर पर सो रहे थे.

पापुआ न्यू गिनी मीडिया के अनुसार, पोर्ट मोरेस्बी के उत्तर-पश्चिम में लगभग 600 किमी (370 मील) स्थित क्षेत्र में भूस्खलन में कम से कम 1,182 घर भी दब गए.
राजधानी पोर्ट मोरेस्बी स्थित संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने कहा कि अब तक मलबे से केवल चार शव निकाले गए हैं.

अल जजीरा के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र (UN) के अधिकारी सेरहान एक्टोप्राक ने कहा, "मलबे के नीचे बहुत सारे घर हैं, जिन तक नहीं पहुंचा जा सकता है." उनका अनुमान है कि लगभग 3,000 लोग पहाड़ी बस्ती में रहते हैं.

उन्होंने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "जमीन लगातार खिसकती जा रही है और इससे लोगों के लिए काम करना खतरनाक हो जाता है."

हालांकि, यह क्षेत्र घनी आबादी वाला नहीं है, मानवीय एजेंसी "केयर" ने कहा कि उसे चिंता है कि मरने वालों की संख्या बहुत अधिक हो सकती है.

भूस्खलन के कारण राजमार्ग तक पहुंच भी बंद हो गई है, जिससे क्षेत्र तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर ही एकमात्र रास्ता है. ऊबड़-खाबड़ इलाके और प्रमुख सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के कारण सेना और पुलिस सहित डॉक्टरों की आपातकालीन टीम को भी क्षेत्र तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ा.

ऑस्ट्रेलिया के विदेश मामलों और व्यापार विभाग (डीएफएटी) ने शनिवार को कहा कि कुल मिलाकर, प्रांत के मुलिताका क्षेत्र में भूस्खलन से छह से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं.

डीएफएटी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "पोर्ट मोरेस्बी में ऑस्ट्रेलिया का हाईकमिश्नर क्षति और हताहतों की सीमा पर आगे के आकलन के लिए पीएनजी अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है."

ग्रामीण निंगा रोल द्वारा पोस्ट किए गए सोशल मीडिया वीडियो में लोगों को जीवित बचे लोगों की तलाश में चट्टानों, उखड़े पेड़ों और मिट्टी के टीलों पर चढ़ते हुए दिखाया गया है. वीडियो में पीछे महिलाओं को रोते हुए सुना जा सकता है.

प्रधान मंत्री जेम्स मारापे ने कहा है कि आपदा अधिकारी, रक्षा बल और निर्माण एवं राजमार्ग विभाग राहत और पुनर्प्राप्ति प्रयासों में सहायता कर रहे हैं.

दक्षिण प्रशांत काउंटी भारी बारिश और बाढ़ के साथ-साथ भूकंप सहित प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील है. मार्च में, पास के एक प्रांत में भूस्खलन से कम से कम 23 लोग मारे गए थे.

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