ADVERTISEMENTREMOVE AD

Pegasus के संभावित टारगेट में इमैनुएल मैक्रों और इमरान खान का भी नाम - रिपोर्ट

Pegasus Project: मैक्रों के ऑफिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि अगर ये तथ्य साबित हो जाता है तो ये काफी गंभीर मामला है.

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) और उनकी सरकार के टॉप सदस्यों का नाम पेगासस स्पाइवेयर (Pegasus Project) के संभावित टारगेट में से एक था. उनके अलावा, पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) समेत दुनियाभर के कई लीडर्स का नाम इस लिस्ट में संभावित टारगेट के तौर पर शामिल था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

NDTV में छपी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, फॉरबिडन स्टोरीज के हेड, लौरेन्ट रिचर्ड ने बताया कि मैक्रों के फोन का टेक्निकल एनालिसिस नहीं हो पाया है, जिसके कारण ये पूरी तरह से मालूम नहीं है कि उनके फोन में पेगासस स्पाइवेयर आया था या नहीं. उन्होंने कहा, "हमें ये नंबर मिले लेकिन हम साफतौर से ये निर्धारित करने के लिए इमैनुएल मैक्रों के फोन का टेक्निकल एनालिसिस नहीं कर सके कि ये मैलवेयर से इंफेक्ट हुआ था या नहीं. लेकिन ये दिखाता है कि ऐसा करने की संभावना थी."

मैक्रों के ऑफिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि अगर ये तथ्य साबित हो जाता है तो ये काफी गंभीर मामला है.

0
रिपोर्ट में कहा गया है कि मैक्रों का फोन नंबर संभावित टारगेट वाले 50,000 लोगों में से एक था, जो 2016 से पेगासस स्पाइवेयर की मालिक कंपनी NSO के क्लाइंट्स के इंट्रेस्ट में था.

इस रिपोर्ट में, और कई वर्ल्ड लीडर्स का नाम सामने आया है. द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली, मोरक्को के प्रधानमंत्री साद-अदीन एल ओथमानी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का नाम भी लिस्ट में शुमार था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पेगासस प्रोजेक्ट में रोज नए खुलासे

पेरिस स्थित नॉनप्रॉफिट मीडिया फॉरबिडन स्टोरीज और एमनेस्टी इंटरनेशनल के पास लीक हुए नंबरों की लिस्ट थी, जिसे बाद में उन्होंने द वाशिंगटन पोस्ट, द गार्जियन, ले मोंडे और द वायर समेत दुनियाभर के करीब 16 मीडिया संस्थानों के साथ शेयर किया, जिसके बाद इस मामले की जांच शुरू हुई. इस जांच को 'पेगासस प्रोजेक्ट' नाम दिया गया है.

जांच में सामने आया है कि भारत में करीब 40 पत्रकारों पर जासूसी की गई. वहीं, संभावित टारगेट लिस्ट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, और सबसे हैरान करने वाले दो नाम- मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह का भी नाम सामने आया है. पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाने वाली महिला और उसके रिश्तेदारों का नंबर भी लिस्ट में शामिल था.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×