ADVERTISEMENTREMOVE AD

परवेज मुशर्रफ को किस मामले में सुनाई गई मौत की सजा?

परवेज मुशर्रफ के खिलाफ ये मुकदमा पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने किया था

छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को देशद्रोह के जुर्म में फांसी की सजा सुनाई गई है. पेशावर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस वकार अहमद की अगुवाई वाली बेंच ने 17 दिसंबर को 2-1 के बहुमत से मुशर्रफ को यह सजा सुनाई है.

1999 में तब पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमा लिया था और खुद को पाकिस्तान का प्रमुख घोषित कर दिया था. इसके बाद 2007 में परवेज मुशर्रफ ने एक बार फिर इमरजेंसी घोषित कर दी. इसके बाद 3 नवंबर से 15 दिसंबर तक पाकिस्तान में संविधान को सस्पेंड कर दिया गया और चीफ जस्टिस सहित कई जजों को बंधक बना लिया गया.

डॉन के मुताबिक 3 नवंबर 2007 को तब के पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने इमरजेंसी लगाई और 1973 के संविधान को रद्द कर दिया. कई जजों को बंधक बना लिया और न्यायिक व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया. सभी प्राइवेट चैनलों को ऑफ एयर कर दिया गया. सिर्फ राज्य के कंट्रोल वाले चैनल पीटीवी ने इमरजेंसी लगने का समाचार सुनाया. इमरजेंसी लगाने के पीछे ‘उग्र तत्वों का बढ़ता प्रभाव’ कारण बताया गया.

परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के इतिहास में ऐसे पहले शख्स हैं, जिनके खिलाफ संविधान के खिलाफ काम करने को लेकर मुकदमा चल रहा है.

परवेज मुशर्रफ के खिलाफ ये मुकदमा पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने किया था. इस्लामाबाद की एक स्पेशल कोर्ट ने मार्च 2014 में देशद्रोह के मामले में मुशर्रफ को आरोपी बनाया था. परवेज मुशर्रफ के खिलाफ कुल 6 साल तक केस चला. अपने खिलाफ दर्ज देशद्रोह के मामले पर हाल ही में मुशर्रफ ने कहा था-

“यह केस मेरी नजर में बिल्कुल बेबुनियाद है. गद्दारी तो छोड़ें, मैंने इस मुल्क के लिए जंगें लड़ी हैं और दस साल तक इसकी सेवा की है.”
परवेज मुशर्रफ 
ADVERTISEMENTREMOVE AD

कैसे राष्ट्रपति बने परवेज मुशर्रफ

अक्टूबर 1998 में परवेज मुशर्रफ पाकिस्तानी आर्मी के प्रमुख यानि जनरल बने. इसके बाद 1999 में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का तख्तापलट कर दिया. इसके बाद वे राष्ट्र प्रमुख बन गए. साल 2002 में वो बहुमत से चुनाव जीतकर पाकिस्तान के राष्ट्रपति बन गए. परवेज मुशर्रफ पर आरोप लगते हैं कि उन्होंने चुनाव में जमकर धांधली की.

मुशर्रफ पर चले कई केस

बाद में गठबंधन की सरकार ने मुशर्रफ पर महाभियोग लगाया और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद उन्होंने कुछ वक्त के लिए पाकिस्तान छोड़ दिया. मुशर्रफ पर पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो, बलूचिस्तान के नेता बुगती की हत्या के भी केस चले. अभी भी परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान से बाहर दुबई में रहते हैं और अपना इलाज करा रहे हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×