PM Modi Europe Visit: जर्मनी सहित तीन देशों की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जर्मनी से बड़ी सौगात का भरोसा मिला है. चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने सोमवार, 2 मई को बर्लिन में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद भारत को अपने जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए 10 अरब यूरो (10.51 अरब डॉलर) की मदद का वादा किया है.
स्कोल्ज ने एक बयान में जलवायु परिवर्तन से लड़ने और लोकतंत्रों के बीच सहयोग जैसे मुद्दों पर बात की. हालांकि, यूक्रेन-रूस के मुद्दे पर दोनों की राय में अंतर देखने को मिला. पीएम मोदी ने बातचीत के जरिए मुद्दे के समाधान की बात कही, लेकिन यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा करने से बचते दिखे, दूसरी तरफ स्कोल्ज ने रूसी आक्रमण की निंदा की.
बातचीत ही समाधान तक पहुंचने का एकमात्र तरीका- पीएम मोदी
लड़ाई में यूक्रेन का समर्थन करने के लिए पहली बार भारी हथियार भेजने पर सहमत होने के एक हफ्ते बाद, स्कोल्ज ने एक बार फिर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपने सैनिकों को वापस लेने की अपील की.
पीएम मोदी ने कहा कि बातचीत ही समाधान तक पहुंचने का एकमात्र तरीका है. "हम मानते हैं कि इस युद्ध में कोई विजेता नहीं होगा, हर कोई हार जाएगा. हम शांति के पक्ष में हैं, ”
मोदी अपनी यूरोप यात्रा में डेनमार्क और फ्रांस भी जाएंगे. एशिया की अपनी पहली यात्रा के दौरान स्कोल्ज जापान गए, लेकिन चीन जाने से परहेज किया था. जर्मन विदेश नीति लोकतांत्रिक सहयोगियों के साथ गठजोड़ को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
जर्मनी चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए एशिया में अपने व्यापार संबंधों में विविधता लाने की भी कोशिश कर रहा है. लगभग 1.4 बिलियन लोगों के साथ दुनिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश भारत के साथ जर्मन व्यापार, 2021 में चीन के साथ अपने व्यापार के 10% से भी कम था. जर्मन सरकार के एक प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि भारत उन अतिथि देशों में से एक है जिसे जर्मनी जून में आयोजित होने वाले जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेगा.
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