प्रधानमंत्री मोदी की बांग्लादेश यात्रा का आज दूसरा दिन है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने ओरकांडी मंदिर समेत जशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके पहले प्रधानमंत्री ने शेख मुजीबउर्रहमान की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनके साथ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मौजूद थीं.
ओरकांडी मंदिर में दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री ने मतुआ संप्रदाय के लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि उन्होंने 2015 में अपने पहले बांग्लादेश दौरे के दौरान ही यहां आने की इच्छा जताई थी.
बता दें पश्चिम बंगाल में बड़ी संख्या में मतुआ संप्रदाय के लोग रहते हैं. ओरकांडी मंदिर उनके सबसे ज्यादा पवित्र स्थलों में से एक है.
पश्चिम बंगाल में जब मैं ठाकुरनगर गया था, तब मेरे मतुआ भाईयों और बहनों ने मुझे परिवार की तरह स्नेह दिया था. किसने सोचा था कि भारत का प्रधानमंत्री कभी ओराकांडी आएगा. मैं आज वैसा ही महसूस कर रहा हूं जैसा भारत में रहने वाले मतुआ संप्रदाय के हजारों लाखों भाई-बहन करते हैं.प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने दी बांग्लादेश के राष्ट्रीय पर्व की शुभकामनाएं
मैं बांग्लादेश के राष्ट्रीय पर्व पर भारत के 130 करोड़ लोगों की तरफ से प्रेस और बधाई देता हूं. आपकी आजादी के 50 साल पूरे होने पर आपको बधाई.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने तुंगीपारा में बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की समाधि पर पौधारोपण किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी. यहां प्रधानमंत्री ने विजिटर बुक में हस्ताक्षर भी किए. बता दें प्रधानमंत्री शुक्रवार को दो दिन के दौर पर बांग्लादेश पहुंचे थे.
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