रूस (Russia) कस प्राइवेट आर्मी- वैगनर समूह (Wagner Group) के बॉस, येवगेनी प्रिगोझिन का कहना है कि उन्होंने दक्षिणी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन में "सभी सैन्य सुविधाओं" पर कब्जा कर लिया है. उनकी यह घोषणा रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू को पद से हटाने की धमकी देने के कुछ घंटों बाद आई है.
दूसरी तरफ राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin ) ने कहा कि यह "पीठ में छुरा घोंपना" जैसा है. पुतिन ने उन लोगों को दंडित करने का वादा किया जिन्होंने रूस के साथ "विश्वासघात" किया है. उन्होंने स्वीकार किया कि रोस्तोव में स्थिति कठिन बनी हुई है.
मॉस्को में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था शुरू कर दी गई है. इस बीच आपको बताते हैं कि किस तरह से इस सेना ने रूस के शहर पर कब्जा कर लिया और 'बगावत' की स्थिति क्यों आई है.
रूस के सैन्य नेतृत्व की आलोचना
वैगनर ग्रुप किराए के सैनिकों की एक निजी सेना है जो यूक्रेन में नियमित रूसी सेना के साथ लड़ रही है. यूक्रेन के साथ युद्ध कैसे लड़ा गया, इसे लेकर रूस की सेना और वैगनर ग्रुप के बीच तनाव बढ़ रहा है. वैगनर ग्रुप के चीफ प्रिगोझिन ने हाल के महीनों में रूस के सैन्य नेतृत्व की मुखर आलोचना शुरू कर दी है.
इसमें नाटकीय बढ़ोत्तरी तब हुई जब प्रिगोझिन ने रूस की सेना पर यूक्रेन में उनके समूह के अड्डे पर हमला करने का आरोप लगाया. हालांकि मॉस्को ने इस दावे का खंडन किया है.
बीबीसी के रिपोर्ट के मुताबिक प्रिगोझिन का दावा है कि यह कोई सैन्य तख्तापलट नहीं है - लेकिन उनका उद्देश्य रूस के सैन्य नेतृत्व को गिराना है.
शनिवार को अपने टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में प्रिगोझिन ने कहा कि उनके लड़ाके यूक्रेन से सीमा पार करने के बाद रोस्तोव-ऑन-डॉन में प्रवेश कर गए हैं, और कहा कि उनके लोग उनके रास्ते में आने वाले किसी भी व्यक्ति को नष्ट कर देंगे.
उन्होंने कहा कि उनकी सेना ने एक रूसी सैन्य हेलीकॉप्टर को मार गिराया था जिसने "एक नागरिक काफिले पर गोलीबारी की थी." हालांकि रिपोर्ट के अनुसार इस दावे को तुरंत वेरीफाई नहीं किया जा सका.
रोस्तोव में स्थानीय गवर्नर ने वहां के नागरिकों से शांत रहने और घर के अंदर रहने का आग्रह किया है.
पुतिन ने बताया विश्वासघात
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वैगनर बलों का रोस्तोव के उत्तर में वोरोनिश शहर और मॉस्को के रास्ते में सैन्य सुविधाओं पर भी नियंत्रण है.
शनिवार को अपने टीवी संबोधन में राष्ट्रपति पुतिन ने इस कार्रवाई को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को रूस के हितों से ऊपर रखने वाले लोगों द्वारा "विश्वासघात" बताया.
रूसी राष्ट्रपति ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि प्रिगोझिन का नाम लिए बिना जिम्मेदार लोगों को इसका दोषी ठहराया जाएगा. यूक्रेन में युद्ध में शामिल होने के लिए वैगनर के सैनिकों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने उनसे अपने आकाओं की बात ना मानने का आग्रह किया.
प्रिगोझिन और राष्ट्रपति पुतिन के बीच घनिष्ठ संबंध हुआ करते थे, जो अब यकीनन बेहद खराब हो चुके हैं.
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