रूस पर पलटवार करते हुए यूक्रेन (Russia-Ukraine War) ने करारा जवाब दिया है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि काला सागर में रूसी बेड़े का प्रमुख युद्धपोत Moskva cruiser डूब गया है. हालांकि रूस के रक्षा मंत्रालय ने इसके पीछे यूक्रेनी हमले पर खुलकर कुछ नहीं कहा है. मंत्रालय के अनुसार विस्फोट हुआ, जिसके बाद Moskva cruiser को खींच कर बंदरगाह पर ले जाना पड़ा और इसी क्रम में वह डूब गया.
यूक्रेन के दक्षिणी सैन्य कमान ने बुधवार, 13 अप्रैल की देर रात दावा किया था कि उसने रूस के Moskva cruiser पर नेप्च्यून एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों से हमला किया है. साथ में कहा गया कि उसने ड्रोन की मदद से Moskva cruiser के चालक दल को निशाना बनाया, जिससे क्रूजर डूबने लगा और चालक दल को जहाज छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.
रूस ने पहले किया था इनकार
रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुरू में उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया था, जिसमें कहा गया था कि Moskva cruiser डूब गई है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया था कि आग बुझा दी गई थी. रूस के मुताबिक Moskva cruiser को रेस्क्यू करने के लिए गए चार रूसी जहाजों को तूफानी मौसम और Moskva पर मौजूद गोला-बारूद के विस्फोट के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था.
हालांकि बाद में रूस के सुर बदल गए. गुरुवार की देर रात रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा की" गोला-बारूद के विस्फोट से लगी आग के बाद Moskva cruiser को नुकसान हुआ, जिसके कारण उसे जब बंदरगाह पर ले जाया जा रहा था, तब उसने अपनी स्थिरता खो दी थी".
रूस ने पहले कहा था कि Moskva cruiser के 500 से अधिक चालक दल के सदस्यों को सोवियत काल के इस मिसाइल क्रूजर से अन्य जहाजों की मदद से रेस्क्यू किया गया.
रूस को बड़ा झटका
पुतिन द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के लगभग 50 दिन बाद काला सागर में रूसी बेड़े के प्रमुख जहाज Moskva cruiser का नष्ट होना क्रेमलिन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.
Moskva cruiser को काला सागर में रूस के नौसैनिक बेड़े का गौरव माना जाता था और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में शामिल सबसे बड़ा नौसैनिक हथियार था.
Moskva cruiser को जानिए
1983 में कमीशन (शामिल) किया गया Moskva cruiser जहाज कम से कम 440 मील (700 किमी) की मारक क्षमता के साथ 16 एंटी-शिप वल्कन क्रूज मिसाइलों से लैस था.
रिपोर्ट के मुताबिक इसपर S-300 एंटी-एयर मिसाइल भी थे जो क्रीमिया और यूक्रेन के Kherson प्रांत पर रूस की हवाई श्रेष्ठता के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं. दोनों ही क्षेत्र अब रूस के कब्जे में है.
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच Moskva cruiser के डूबने का क्या है मतलब?
12,500 टन वजन वाला Moskva cruiser कई एंटी-शिप और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस था. खास बात है कि काला सागर में अपनी श्रेणी का यह एकमात्र जहाज था. यही कारण है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इसका नष्ट हो जाना अपने आप में बड़ी खबर है और इसमें सामरिक समीकरणों को बदलने की कूवत है.
इस श्रेणी के दो अन्य मिसाइल क्रूजर, Marshal Ustinov और Varyag - क्रमशः रूस के उत्तरी और प्रशांत बेड़े के साथ तैनात हैं.
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (IOW) का कहना है कि Moskva cruiser का तबाह होना, उसके पीछे कारण चाहे जो भी हो, यूक्रेन के लिए एक प्रमुख प्रचार कर सकने वाली जीत है. हालांकि सैन्य दृष्टि से Moskva का नष्ट होना इतना महत्वपूर्ण नहीं हो सकता है.
IOW का कहना है कि Moskva cruiser का मुख्य रूप से अबतक इस्तेमाल यूक्रेन में लॉजिस्टिक सेंटर्स और एयरफील्ड सहित साइटों पर कलिब्र क्रूज मिसाइल हमले करने के लिए किया गया था.
"ये हमले जमीन से दागी गई मिसाइलों की तुलना में प्रभावी तो हैं लेकिन इनकी सीमित संख्या रही है और Moskva cruiser का नुकसान के निर्णायक हानि होने की संभावना नहीं है"IOW
युद्धपोत के डूबने से रूस को बड़ा झटका: अमेरिका
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने कहा है कि Moskva cruiser युद्धपोत का डूबना काला सागर में रूस की नौसैनिक ताकत के लिए एक "बड़ा झटका" है.
पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने न्यूज चैनल CNN को बताया कि "यह काला सागर में रूसी बेड़े के लिए एक बड़ा झटका है, यह काला सागर में किसी प्रकार के नौसैनिक प्रभुत्व को अंजाम देने के उनके प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था"
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