कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोपों के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात (S Jaishankar Blinken Meeting) की. वाशिंगटन डीसी में दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है. अमेरिका (USA) इंडो-पैसिफिक रणनीति के लिए महत्वपूर्ण उत्तरी पड़ोसी और दक्षिण एशियाई देश के बीच विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहा है.
विदेश मंत्री जयशंकर ने कनाडा-भारत विवाद पर चर्चा की
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों में से किसी ने भी प्रेसवार्ता में मुलाकात का एजेंडा सार्वजनिक नहीं किया. हालांकि एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया की इस दौरान कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के लगाए आरोपों का मामला जयशंकर ने सामने रखा.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नाम न बताए जाने की शर्त पर अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि "ब्लिंकन ने भारत को कनाडाई जांच में सहयोग करने का आश्वासन दिया है. वहीं विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इस मुद्दे पर भारत सरकार के साथ लगातार बातचीत और उनसे सहयोग करने का आग्रह किया है.”
बैठक के बाद मैथ्यू मिलर ने मीडियाकर्मियों से बातचीत की. उन्होंने बताया कि...
“बैठक में ब्लिंकन और जयशंकर ने भारत की जी20 अध्यक्षता के प्रमुख परिणामों और इंडिया-मीडिल इस्ट- यूरोप इकोनॉमी कॉरिडोर और इसकी पारदर्शी, टिकाऊ और उच्च-मानक बुनियादी ढांचा निवेश उत्पन्न करने की क्षमता सहित कई मुद्दों पर चर्चा की."
विदेश विभाग के प्रवक्ता मिलर ने बताया कि इस बैठक में आगामी 2+2 वार्ता से पहले विशेष रूप से रक्षा, अंतरिक्ष और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग के निरंतर महत्व पर चर्चा की गई. G20 का तात्पर्य जी20 शिखर सम्मेलन से है, जो हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था और इसमें राष्ट्रपति जो बाइडेन भी शामिल हुए थें. वहीं "2+2" संवाद अमेरिका और भारतीय विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच बैठकों का एक प्रारूप है.
भारत के अमेरिकी दौरे पर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो का बयान
अमेरिका और भारत के इस बैठक पर चर्चा करते हुए कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 28 सितंबर को कहा कि "मुझे बताया गया था कि ब्लिंकन इस मुद्दे पर भारत से बातचीत करेंगे और निज्जर की हत्या के मामले में भारत सरकार से सहयोग की अपील करेंगे."
"अमेरिका भारत सरकार से बात करने में हमारा साथ दे रहा है. इससे पता लग रहा है कि यह कितना महत्वपूर्ण है कि भारत उन विश्वसनीय आरोपों पर कार्रवाई में शामिल हो कि भारत सरकार के एजेंटों ने कनाडाई धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या की है."
मॉन्ट्रियल में रिपोर्टरों से बात करते हुए पीएम ट्रूडो ने कहा, "यह कुछ ऐसा है जिसे सभी लोकतांत्रिक देश, जो नियम का सम्मान करते हैं, उन्हें गंभीरता से लेना चाहिए. हम सभी भागीदारों के साथ कानून के शासन में विचारशील, जिम्मेदार तरीके से आगे बढ़ रहे हैं, जिसमें भारत सरकार के साथ हमारा दृष्टिकोण भी शामिल है."
कनाडा भारत के साथ संबंध नहीं तोड़ना चाहता- जस्टिन ट्रूडो
कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो इस मामले में घरेलू प्रवासी सिखों की मदद भी ले रहे हैं. ट्रूडो ने कहा है कि कनाडा भारत के साथ संबंध नहीं तोड़ना चाहता है. लेकिन वह इस मामले को गंभीरता से ले रहा है. उन्होंने कहा, “जैसा कि हमने पिछले साल ही अपनी इंडो-पैसिफिक रणनीति प्रस्तुत की है. हम भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने को लेकर बहुत गंभीर हैं. इसलिए भारत मामले की तह तक पहुंचने में हमारी मदद करे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमें इस मामले पर पूरे तथ्य मिलें."
आरोप के मामले में सावधान रहे कनाडा- अमेरिका
वहीं, अमेरिकी अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि आरोपों के नतीजे भारत के साथ उनके संबंधों पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं. लेकिन साथ ही उन्होंने कनाडा को जून में वैंकूवर में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत को दोष देने पर सावधान रहने के लिए कहा है.
बता दें कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कुछ नकाबपोश बंदूकधारियों ने की थी. निज्जर एक स्वतंत्र सिख मातृभूमि (खालिस्तान) बनाने के लिए आंदोलनरत था और भारत ने उसे आतंकवादी घोषित किया था.
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