केंद्रीय महिला और बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने मंगलवार को सऊदी अरब के जेद्दाह (Jeddah) में तीसरे हज और उमराह सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में भाग लिया और मक्का के उप -गवर्नर और हज और उमराह मंत्री के साथ चर्चा की. प्रोग्राम में भाग लेने के बाद केंद्रीय मंत्री ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि हज और उमराह मामलों के सऊदी मंत्रालय द्वारा अनुग्रह निमंत्रण के लिए आभारी हूं, यह हमारे साझा मूल्यों के लिए अहम है.
इससे पहले स्मृति ईरानी, सोमवार को विदेशी मामलों के राज्य मंत्री वी मुरलीफरन के साथ मदीना (Madinah) शहर पहुंची थीं. यह इस्लाम धर्म के सबसे पवित्र शहरों में से एक है. स्मृति ईरानी ने यहां पर भारत से उमराह पर गए हुए मुस्लिम नागरिकों और हज यात्रियों की सेवा करने वाले लोगों से मुलाकात की.
सऊदी अरब के शहर मदीना की इस 'ऐतिहासिक' यात्रा को चिह्नित करते हुए, केंद्रीय महिला और बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल स्मृति जुबिन ईरानी और विदेश मंत्री और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री, वी मुरलीहरन ने सोमवार को शहर का दौरा किया.
भारत-सऊदी अरब का द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर
दो दिन पहले, भारत और सऊदी अरब ने एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत नई दिल्ली को इस साल के वार्षिक हज तीर्थयात्रा के लिए 1,75,025 तीर्थयात्रियों का कोटा आवंटित किया गया है. द्विपक्षीय हज समझौते 2024 को जेद्दा में हज और उमराह के सऊदी मंत्री तवफीक बिन फावजान अल-रबीयाह के साथ साइन किया गया था.
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक एक प्रेस रिलीज में कहा गया कि प्रतिनिधिमंडल ने मदीना के मार्कजिया इलाके में पैगंबर मुहम्मद (SA) की मस्जिद (अल मस्जिद अल नबवी) की परिधि का दौरा किया. इसके बाद उहुद के पहाड़ की यात्रा और क्यूबा मस्जिद की यात्रा की गई. क्यूबा मस्जिद इस्लाम की पहली मस्जिद है जबकि उहुद पर्वत एक संख्या के शुरुआती इस्लामी शहीदों का अंतिम विश्राम स्थल है.
सोशल मीडिया पर अपनी एक पोस्ट में स्मृति ईरानी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव का जिक्र किया.
आज मदीना के लिए एक ऐतिहासिक यात्रा की, इस्लाम के सबसे पवित्र शहरों में से एक में श्रद्धेय पैगंबर की मस्जिद, अल मस्जिद अल नबवी, उहुद के पर्वत और क्यूबा मस्जिद की परिधि इस यात्रा शामिल थी. इन जगहों के सफर की अहमियत सऊदी अधिकारियों, प्रारंभिक इस्लामिक इतिहास के साथ जुड़ा हुआ है. यह हमारे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव की गहराई को दर्शाता है.स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री
रिपोर्ट के मुताबिक प्रेस रिलीज में कहा गया कि प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय के उन लोगों से बातचीत की, जो भारतीय हज तीर्थयात्रियों को समर्पित और निस्वार्थ सेवा देते हैं. इसमें हज 2023 भी शामिल है. उन्होंने भारत के उमराह तीर्थयात्रियों के साथ भी बातचीत की.
स्मृति ईरानी का यह सफर भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए एक आरामदायक हज (Haj 2024) सुनिश्चित करने के लिए जरूरी व्यवस्थाएं प्रदान करने में मदद करेगी.
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