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PM मोदी 4 जुलाई को करेंगे SCO समिट की मेजबानी, पुतिन-जिनपिंग हो सकते हैं शामिल

SCO Summit: साल 2005 में भारत को SCO के पर्यवेक्षक देश के रुप में चुना गया फिर साल 2017 में स्थाई सदस्यता मिली.

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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) मंगलवार, 4 जुलाई को शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation- SCO) के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे, जिसमें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ सहित अन्य लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.

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जानकारी के मुताबिक, SCO शिखर सम्मेलन भारतीय समयानुसार दोपहर 12.30 बजे शुरू होगा और करीब 3 बजे तक चलेगा. पहले एससीओ शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में व्यक्तिगत रूप से आयोजित होने वाला था, लेकिन जून की शुरुआत में इस योजना को बदल दिया गया.

गोवा में हुई थी SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक

इससे पहले मई महीने में SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक गोवा में आयोजित हुई थी. इस बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भी शामिल हुए थे. 12 साल बाद यह किसी पाकिस्तानी मंत्री की आधिकारिक भारत यात्रा थी. इसके साथ ही मीटिंग में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, चीन के विदेश मंत्री किन गैंग सहित सहित अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने हिस्सा लिया था. 

2001 में हुई थी SCO की स्थापना

SCO की स्थापना वर्ष 2001 में शंघाई में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों की ओर से की गई थी. SCO के साथ भारत का जुड़ाव एक पर्यवेक्षक देश के रूप में 2005 में शुरू हुआ. 2017 में अस्ताना शिखर सम्मेलन में भारत पूर्ण सदस्य (Full Member) बना. बता दें कि पिछला एससीओ शिखर सम्मेलन सितंबर, 2022 में उज्बेकिस्तान के समरकंद में व्यक्तिगत रूप से आयोजित हुआ था.

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