99 साल बाद ये पहला मौका है जब सूर्यग्रहण को पूरे अमेरिका में देखा जा रहा है. लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब सूर्य कुछ समय के लिए चंद्रमा के पीछे छुप गया. इस ऐतिहासिक खगोलीय घटना का गवाह 21 अगस्त को पूरा अमेरिका बना.
ऐसे में ये तस्वीरें खास हैं:
ये लाल रंग कुछ कहता है...
इस नजारे का लुत्फ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पत्नी के साथ उठाया.
ब्रह्मांड को समझने में ये घटना बेहद कारगर है
शोधकर्ताओं का कहना है कि इस बार के ग्रहण में सूर्य की करोना जैसी आकृति वाली संरचना और इसके मैग्नेटिक फील्ड की डायग्नोस्टिक की पहुंच सैटेलाइट के लिए अतंरिक्ष के मौसम संबंधी पूर्वानुमान और जीपीएस संचालन के लिए अहम होंगे.
बता दें कि सूर्य गैसों के एक आवरण से घिरा है जिसे वातावरण कहते हैं. करोना सूर्य के वातावरण का बाहरी हिंस्सा होता है. करोना अक्सर सूर्य के सतह के तेज प्रकाश की वजह से छिपा रहता है. इससे ये बिना विशेष उपकरण के दिख पाना मुश्किल होता है. हालांकि, करोना को पूर्ण सूर्यग्रहण के दौरान देखा जा सकता है.
सूर्यग्रहण की घटनाओं से दुनिया ने पहले भी जाना बहुत कुछ:
साल 1868 में हुए एक सूर्यग्रहण के दौरान हीलियम की जानकारी दुनिया को हासिल हुई. खास बात ये है कि धरती पर हीलियम का भंडार है, लेकिन ये बात हमें साल 1895 तक नहीं पता था.
साल 1919 में हुए एक सूर्यग्रहण के दौरान आइंस्टीन की थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी (सापेक्षता का सिद्धांत) का पहला प्रैक्टिकल टेस्ट हुआ और ये सही साबित हुआ.
यहां देखें वीडियो:
जाहिर है कि इस बार की घटना से भी वैज्ञानिक कुछ न कुछ हासिल कर सकेंगे, जिससे यूनिवर्स को और बेहतर बनाने में मदद मिल सकेगी.
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