भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में आर्थिक संकट के साथ-साथ अब राजनीतिक संकट (Sri Lanka crisis) भी गहराता जा रहा है. शनिवार, 9 जुलाई को श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा किया वहीं प्रधानमंत्री के निजी आवास को आग के हवाले कर दिया गया. बढ़ते दबाव के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) और PM रानिल विक्रमसिंघे, दोनों ही इस्तीफा देने जा रहे हैं. जानते हैं कि श्रीलंका से रविवार, 10 जुलाई को अब कौन सी खबर सामने आई.
श्रीलंका के आर्मी चीफ जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने रविवार को श्रीलंकाई लोगों से सशस्त्र बलों और पुलिस का सहयोग करने की अपील की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि देश में शांति बनी रहे. प्रदर्शनकारियों का अभी भी कोलंबो स्थित राष्ट्रपति भवन पर कब्जा है.
राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के अपने पदों से इस्तीफा देने के फैसले के बाद नई सरकार के गठन पर चर्चा के लिए श्रीलंका के विपक्षी दल रविवार को मिलने वाले हैं.
डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने दावा किया है कि उन्हें राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर कब्जा करने के बाद अंदर से करोड़ों की करेंसी कैश में मिली है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी इस बाबत तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें प्रदर्शनकारियों को कैश गिनते देखा जा सकता है.
अमेरिका ने श्रीलंका की राजनीतिक बिरादरी से आगे आने और लोगों के असंतोष को दूर करने के लिए दीर्घकालिक आर्थिक और राजनीतिक समाधान खोजने के लिए जल्दी से काम करने का आग्रह किया है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि अमेरिका "श्रीलंका की संसद से राष्ट्र की बेहतरी के लिए प्रतिबद्धता के साथ आगे आने का आह्वान करता है - किसी एक खास राजनीतिक दल को नहीं"
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने रविवार को कहा कि वह कैश की कमी से जूझ रहे श्रीलंका देश में चल रहे घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी कर रहा है और उसे उम्मीद है कि IMF समर्थित कार्यक्रम पर बातचीत को फिर से शुरू करने की अनुमति देने के लिए राजनीतिक संकट जल्द ही खत्म हो जाएगा. मालूम हो कि श्रीलंका का कुल विदेशी कर्ज 51 अरब डॉलर का है.
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत हमेशा श्रीलंका के लिए बहुत बड़ा सहयोगी रहा है. उन्होंने केरल में रिपोर्टरों से बात करते हुआ कहा कि "हम श्रीलंका के बहुत समर्थक रहे हैं. हम मदद करने की कोशिश कर रहे हैं और जहां वे चिंतित हैं हम हमेशा बहुत मददगार होते हैं. वे अभी अपनी समस्याओं पर खुद काम कर रहे हैं, इसलिए हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि वे क्या करते हैं."
राष्ट्रपति राजपक्षे अभी कहां हैं? इसका जवाब फिलहाल मीडिया में नहीं है. शनिवार को, श्रीलंकाई नौसेना के जहाज पर सूटकेस लोड किए जाने का वीडियो सामने आया था. स्थानीय मीडिया ने अपने रिपोर्ट में दावा किया है कि सूटकेस राष्ट्रपति राजपक्षे के थे.
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