Sri Lanka Crisis: श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) , जो बुधवार की सुबह मालदीव पहुंचे थे, अब वो सिंगापुर के लिए रवाना होंगे। मालदीव के सूत्रों ने डेली मिरर को ये जानकारी दी है।
हजारों प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके आवास में प्रवेश करने के कुछ दिनों बाद राजपक्षे अपनी पत्नी के साथ एक सैन्य जेट पर श्रीलंका से भाग गए।
डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच, प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है और उन्होंने गुस्साए प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस और सैन्य कर्मियों के बीच गतिरोध को देखते हुए में आपातकाल की घोषणा कर दी है।
श्रीलंका में हाल के हफ्तों में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं, जिनमें से कई राजपक्षे परिवार और उनकी सरकार को देश में चल रहे आर्थिक संकट के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
कार्यवाहक राष्ट्रपति का सेना को आदेश- 'लॉ-ऑर्डर बहाल' करने के लिए जो करना पड़े करो
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका के प्रधान मंत्री और अब कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अपने टेलीविजन संबोधन में उन्होंने सेना को "लॉ-ऑर्डर बहाल करने के लिए जो कुछ भी आवश्यक है" वह करने का आदेश दिया है.
जिन प्रदर्शनकारियों ने उनके पीएम ऑफिस और अन्य सरकारी भवनों पर कब्जा कर लिया है, उनसे उन्होंने बाहर निकलने और अधिकारियों के साथ सहयोग करने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि "हम अपने संविधान को नहीं फाड़ सकते. हम फासीवादियों को सत्ता संभालने की अनुमति नहीं दे सकते. हमें लोकतंत्र के लिए इस फासीवादी खतरे को समाप्त करना चाहिए"
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