भारत में चीन के राजदूत सुन वीडांग ने माना है कि 15 जून को गलवान में हुई झड़प में चीनी सैनिक भी मारे गए हैं. बता दें उस झड़प में भारत के बीस जवान शहीद हो गए थे. पीटीआई के साथ इंटरव्यू में वीडांग ने चीनी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा, ''दोनों पक्षों में जबरदस्त शारीरिक संघर्ष हुआ और कई लोगों की जान गई.''
अब तक चीन के अधिकारी जान जाने की बात करते थे, लेकिन LAC के किस तरफ यह नुकसान हुआ, उसके बारे में कुछ नहीं कहते थे. भारत ने अपने शहीद 20 जवानों के नाम भी जारी किए थे. लेकिन चीन ने चुप्पी साध रखी थी.
चीन में सरकार द्वारा चलाया जाने वाला अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुख्य संपादक हु शिजिन ने भी चीन की तरफ से सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की थी. उन्होंने लिखा था,
''मेरा मानना है कि सेना के मारे गए लोगों को सर्वोच्च सम्मान मिला होगा और सही वक्त पर उनकी जानकारी बताई जाएगी, ताकि हमारे प्रतिष्ठित लोगों को सम्मानित किया जा सके और उन्हें याद रखा जा सके.''
अब तक चीन अपने पक्ष के मारे गए सैनिकों के बारे में कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहता रहा है. 19 जून को चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्त झाओ लिजिअन ने जबरदस्त शारीरिक संघर्ष की बात कही थी, जिसमें कुछ लोगों की मौत भी हुई है. उन्होंने 24 जून को भी यही बात दोहराई थी, लेकिन चीन की तरफ से मारे गए सैनिकों के बारे में कुछ भी नहीं बताया था. लेकिन एक दिन बाद राजदूत सुन ने साफ कर दिया है कि दोनों तरफ से जानें गई हैं.
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