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अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान- 'युद्ध खत्म, समावेशी इस्लामिक सरकार बनेगी'

Afghanistan का राष्ट्रपति भवन अब Taliban के नियंत्रण में

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अफगानिस्तान (Afghanistan) पर एक बार फिर तालिबान (Taliban) का कब्जा हो गया है. 1996 के बाद तालिबान ने 15 अगस्त 2021 को राजधानी काबुल का नियंत्रण (Kabul Falls) अपने हाथों में ले लिया. राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) ने देश छोड़ दिया है. तालिबान राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर चुका है और संगठन कह रहा है कि 'युद्ध अब खत्म हो चुका है.' तालिबान का कहना है कि अफगानिस्तान में अब 'समावेशी इस्लामिक सरकार' बनेगी.

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तालिबान के पॉलिटिकल ऑफिस के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने अल जजीरा से कहा, "अफगान लोगों और मुजाहिदीनों के लिए 15 अगस्त का दिन महान है. देश में युद्ध अब खत्म हो गया है."

मोहम्मद नईम का कहना है कि अफगानिस्तान में नई सरकार का 'प्रकार और स्वरुप' क्या होगा, ये जल्दी साफ किया जाएगा. नईम ने कहा, "तालिबान पूरी दुनिया से कटा हुआ नहीं रहना चाहता है और हम शांतिपूर्ण अंतरराष्ट्रीय रिश्ते चाहते हैं."

"हम जो खोज रहे थे, वो पा चुके हैं यानी कि देश और हमारे लोगों की आजादी. हम किसी को भी अपनी जमीन का इस्तेमाल दूसरे देश को निशाना बनाने और दूसरे को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं करने देंगे."
मोहम्मद नईम

मोहम्मद नईम का ये बयान अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के संदर्भ में है. लादेन ने 2001 में अफगानिस्तान में रहते हुए अमेरिका पर भीषण हमला कराया था, जिसकी वजह से अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला कर दिया था.

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'गैर-तालिबानी अफगान भी नई सरकार में शामिल होंगे'

तालिबान के राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने के बाद 'ट्रांजिशनल सरकार' की संभावना खत्म हो गई थी. रॉयटर्स ने दो तालिबानी अधिकारियों के हवाले से बताया था कि संगठन अब 'ट्रांजिशनल सरकार' नहीं चाहता है. अल जजीरा की तरफ से जारी हुए वीडियो में तालिबान लड़ाके राष्ट्रपति भवन में बैठे दिखते हैं.

तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा कि संगठन आने वाले दिनों में एक 'खुली और समावेशी इस्लामिक सरकार' बनाने पर बातचीत करेगा.
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शाहीन ने CNN से कहा कि नई अफगान सरकार में 'गैर-तालिबानी अफगान' भी शामिल होंगे. कतर के दोहा से शाहीन ने कहा, "किन अधिकारियों को शामिल किया जाएगा, ये कहना अभी जल्दीबाजी होगी लेकिन कई जाने-पहचाने चेहरे सरकार का हिस्सा होंगे."

"जब हम अफगान समावेशी इस्लामिक सरकार कह रहे हैं तो इसका मतलब है कि बाकी अफगानों की भी सरकार में हिस्सेदारी होगी."
सुहैल शाहीन, तालिबान के प्रवक्ता
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काबुल में घुसा तालिबान

तालिबान ने 15 अगस्त को एक बयान जारी कर कहा कि समूह को अब काबुल में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है. बयान में दावा किया गया है कि अफगान पुलिस और अन्य संबंधित संस्थानों ने अपने कर्तव्यों को छोड़ दिया और चोरी, लूटपाट और अपराध को रोकने के लिए, समूह की सेना को राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है.

बयान में कहा गया, तालिबान काबुल में अफगान बलों द्वारा छोड़े गए क्षेत्रों को सुरक्षित करेगा. तालिबान ने नागरिकों को आश्वस्त किया कि लड़ाके न तो उनके घरों में प्रवेश करेंगे और न ही उन्हें परेशान करेंगे.

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