ब्रिटेन के तीन वैज्ञानिकों- डेविड जे. थौलेस, एफ. डंकन एम. हाल्डेन और जे. माइकल कोस्टरलिट्ज ने मंगलवार को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार जीता. इन्हें यह पुरस्कार टोपोलॉजिकल फेज ट्रांजीशन और टोपोलॉजिकल फेज ऑफ मैटर के सैद्धांतिक खोज के लिए दिया गया है.
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ सांइसेज ने यह पुरस्कार सिएटल के वाशिंगटन विश्वविद्यालय के थौलेस, अमेरिका के न्यूजर्सी, पिंर्सटन विश्वविद्यालय के हाल्डेन और न्यूजर्सी के ब्राउन विश्वविद्यालय के कोस्टरलिट्ज को देने का फैसला किया है.
इन तीनों के द्वारा किए हुए अनुसंधान कार्य से पदार्थो की नई अवस्थाओं की खोज का कार्य एक नए चरण में है. इससे बहुत से लोग दोनों पदार्थ विज्ञान और इलेक्ट्रॉनिक्स के भविष्य में होने वाले इस्तेमाल के बारे में आशान्वित हैं.नोबेल पुरस्कार की वेबसाइट पर एक बयान
तीनों वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार उन्नत गणितीय तरीकों से असामान्य चरणों या पदार्थ की अवस्थाओं जैसे सुपरकंडक्टर, सुपरफ्लुइड या पतली चुंबकीय फिल्म के अध्ययन के लिए दिया गया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)