दुनिया के सबसे बड़े वैज्ञानिकों में शुमार स्टीफन हॉकिंग ने पेरिस जलवायु समझौते को लेकर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि पेरिस समझौते से अमेरिका को अलग करने का डोनाल्ड ट्रंप का फैसला 'धरती को तबाही को और धकेल सकता है'.
ट्रंप के इस फैसले से ग्लोबल वार्मिंग उस स्तर तक पहुंच सकता है जहां से वापस आना फिर मुमकिन नहीं होगा.
दुनियाभर में हुई थी ट्रंप की आलोचना
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने पेरिस जलवायु समझौते से पीछे हटने का फैसला किया था. इस फैसले के पीछे अमेरिका के कारोबारी हित बताए जा रहे हैं, क्योंकि अमेरिकी कारोबार को नुकसान की संभावना को देखते हुए ही ट्रंप ने इस समझौते पर पुनर्विचार की घोषणा की है.
इस समझौते पर दुनिया के करीब 200 देशों के हस्ताक्षर हैं. ट्रंप के फैसले के बाद दुनियाभर में उनकी खूब आलोचना हुई. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इस फैसले की निंदा की थी.
‘...इसलिए मैं स्पेस साइंस के लिए प्रोत्साहित कर रहा हूं’
अब स्पेस वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने बीबीसी से बातचीत में कहा है कि ट्रंप के इस फैसले से पर्यावरण को हद से ज्यादा नुकसान होगा. आने वाली पीढ़ियों को इस फैसले का बड़ा खामियाजा भुगतना होगा.
ट्रंप की कार्रवाई धरती को उस कगार तक धकेल सकती है, जहां धरती 250 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ शुक्र ग्रह की तरह हो जाएगी, और एसिड की बारिश भी संभव है.स्टीफन हॉकिंग, वैज्ञानिक
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि हम अपने प्राकृतिक ग्रह से बाहर निकले बिना 1,000 साल तक जीवित रहेंगे, इसलिए मैं स्पेस साइंस के लिए सभी प्रोत्साहित करना चाहता हूं."
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