अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा के साथ ही दूसरे विदेशी कार्य वीजा पर लगे प्रतिबंधों को तीन महीनों के लिए बढ़ा दिया है. इस फैसले से बड़ी संख्या में भारतीय आईटी पेशेवरों के साथ-साथ कई अमेरिकी और भारतीय कंपनियां प्रभावित होंगी, जिन्हें अमेरिकी सरकार ने एच-1बी वीजा जारी किया था.
बता दें कि एच-1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को कुछ व्यवसायों के लिए विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने की अनुमति देता है, जहां सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की जरूरत होती है.
तकनीक से जुड़ी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल दसियों हजार कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा पर निर्भर होती हैं.
ट्रंप ने पिछले साल 22 अप्रैल और 22 जून को अलग-अलग श्रेणियों के कार्य वीजा पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था.यह आदेश 31 दिसंबर को खत्म हो रहा था, लेकिन उससे कुछ घंटों पहले ही ट्रंप ने गुरुवार को इसे 31 मार्च तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि जिन वजहों से ये प्रतिबंध लगाए गए थे, वो बदली नहीं हैं. ट्रंप प्रशासन के फैसले से अपने एच-1बी वीजा के रिन्यू होने का इंतजार कर रहे भारतीय पेशवरों पर भी असर पड़ेगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)