इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने उस समझौते के तहत पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित करने पर सहमति जताई है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अहम भूमिका निभाई है. ट्रंप ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी दी.
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, ''बड़ी सफलता! हमारे दो अच्छे दोस्तों, इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता!''
उन्होंने इजराइल, यूएई और अमेरिका का संयुक्त बयान भी ट्विटर पर शेयर किया है. तीनों देशों का कहना है कि इससे पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति लाने में मदद मिलेगी.
ट्रंप ने ओवल आफिस से कहा, ‘‘49 सालों बाद इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात अपने राजनयिक संबंध सामान्य बनाएंगे. वे अपने दूतावासों और राजदूतों का आदान-प्रदान करेंगे और अलग-अलग क्षेत्रों में सहयोग शुरू करेंगे जिनमें पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, व्यापार और सुरक्षा शामिल हैं.’’
इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘‘अब जब शुरुआत हो गई है, मैं उम्मीद करता हूं कि और अरब और मुस्लिम देश संयुक्त अरब अमीरात को फॉलो करेंगे.''
समझौते के तहत इजराइल वेस्ट बैंक के बड़े हिस्सों को अपने में मिलाने की योजना को स्थगित करेगा.
अमेरिका, इजराइल और यूएई के संयुक्त बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति ट्रंप, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई सशस्त्र बलों के उप सुप्रीम कमांडर ने गुरुवार को बात की और इजराइल और यूएई के बीच संबंधों के पूर्ण रूप से सामान्य बनाने सहमति जताई.
इसके अलावा बयान में कहा गया है, ‘‘यह ऐतिहासिक कूटनीतिक सफलता पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति को आगे बढ़ाएगी...यह एक नया रास्ता खोलने के संयुक्त अरब अमीरात और इजराइल के साहस को दिखाती है. इससे क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं पैदा होंगी.’’
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