कोरोना वायरस दुनियाभर में लोगों की मौत का कारण तो बन ही रहा है, लेकिन इससे लाखों नौकरियों पर खतरा भी मंडराने लगा है. कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को निकालना शुरू कर दिया है. कैब सर्विस मुहैया कराने वाली बड़ी कंपनी उबर ने अपने 3700 कर्मचारियों को एक साथ निकाल दिया है. सभी कर्मचारियों को जूम ऐप पर एक मीटिंग अटेंड करने को कहा गया और इसी दौरान कुछ ही मिनटों में उन्हें बताया गया कि आज उनकी नौकरी का आखिरी दिन है.
इस तरह सैकड़ों कर्मचारियों को एक साथ निकालने पर उबर कंपनी की काफी अलोचना भी हो रही है. कंपनी ने इसे लेकर पहले ही जानकारी दे दी थी. लेकिन ठीक एक हफ्ते बाद कर्मचारियों को एक साथ निकाल दिया गया है.
डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक कर्मचारियों को ये बुरी खबर उबर कस्टमर सर्विस के हेड रफिन चावेल्यू ने दी. उन्होंने जूम मीटिंग के दौरान कहा,
“हम अपने फ्रंटलाइन कस्टमर सपोर्ट को खत्म कर रहे हैं. आज आप लोगों का उबर के साथ लास्ट वर्किंग डे है.” बताया गया है कि इन सैकड़ों कर्मचारियों को सिर्फ 3 मिनट की वीडियो कॉल में निकाल दिया गया.
उबर ने दी थी ये जानकारी
उबर की तरफ से पिछले हफ्ते मिली जानकारी में बताया गया था कि, "कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों और अनिश्चितता और व्यवसाय पर इसके प्रभाव के चलते कंपनी ने अपने परिचालन खर्च को कम करने की योजना बनाई है.”फाइलिंग में कहा गया था कि,
अपने राइड्स सेगमेंट में कम ट्रिप वॉल्यूम और कंपनी के मौजूदा हायरिंग फ्रीज के कारण उबर अपने कस्टमर सपोर्ट और रिक्रुटर्स टीम को कम कर रहा है, इसके लिए कुल 3 हजार 700 फुल-टाइम कर्मचारियों की छंटनी होगी.
बता दें कि कोरोना वायरस से दुनियाभर में तीन लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 45 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन इस महामारी ने अब लोगों की जिंदगी पर भी असर डालना शुरू कर दिया है. कंपनियां लगातार अपने कर्मचारियों को निकाल रही हैं और उनकी सैलरी में कटौती की जा रही है. अनुमान लगाया गया है कि इस महामारी से दुनियाभर में करोड़ों नौकरियां जाएंगीं.
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