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ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत लाने वाले पायलट को UK PM ने किया सम्मानित

भारत में कोविड के बढ़ते केसों के बीच ऑक्सीजन और रेमडेसिविर जैसी दवाइयों की भारी किल्लत हो गई थी.

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कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने जब देश को बुरी तरह जकड़ लिया था, तब दुनिया के कई बड़े भारत की मदद को आगे आए. कई सामाजिक संगठनों और लोगों ने भी आगे आ कर इस संकट से उबरने में भारत को मदद पहुंचाई. ऐसे ही एक शख्स को यूनाइडेट किंगडम (UK) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ‘प्वाइंट्स ऑफ लाइट’ अवॉर्ड से सम्मानित किया है. UK के सिख पायलट और खालसा एड के वॉलन्टियर जसपाल सिंह ने कोविड संकट के बीच 200 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स भारत पहुंचाए.

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वर्जिन अटलांटिक के पायलट, जसपाल सिंह भारत की मदद करना चाहते थे. भारत में कोरोना की स्थिति को देखते हुए उन्होंने अपनी कंपनी से संपर्क किया. सिंह खालसा एड इंटरनेशनल और वर्जिन अटलांटिक की मदद से सैकड़ों ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स-सिलेंडर्स वाली फ्लाइट खुद भारत लेकर आए.

संकट की इस घड़ी में मदद को आगे आए जसपाल सिंह को लिखे निजी लेटर में पीएम जॉनसन ने कहा,

“कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई में आपके योगदान के लिए शुक्रिया. हमारे देशों के बीच गहरे संबंध में, भारत के लोगों की मदद के लिए ब्रिटिश लोग हजारों की संख्या में आगे आए हैं. मुझे ये सुनकर प्रेरणा मिली कि आपने सैकड़ों ऑक्सीजन सिलेंडरों को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने के लिए उड़ान भरी.”
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प्वाइंट्स ऑफ लाइट की तरफ से जारी बयान में, जसपाल सिंह ने कहा, “भारत में कोविड के विनाशकारी प्रभाव को देखने के बाद, मैं मदद करने के लिए कुछ करना चाहता था. पब्लिक, कलीग्स, दोस्तों और परिवार ने बड़ी संख्या में खालसा एड इंटरनेशनल को जरूरी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें दान कीं. इस उदारता ने मुझे वर्जिन अटलांटिक से जुड़ने के लिए प्रेरित किया, कि क्या हम इन मशीनों को भारत के लोगों तक पहुंचा सकते हैं. ये अहम ऑक्सीजन सप्लाई को खुद उड़ाकर भारत ले जाना मेरे लिए सौभाग्य था.”

भारत में कोविड के बढ़ते केसों के बीच ऑक्सीजन और रेमडेसिविर जैसी दवाइयों की भारी किल्लत हो गई थी, जिसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश मदद को आगे आए थे.

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