ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने ब्रिटेन की संसद में ब्रेग्जिट मुद्दे पर बार-बार हार का सामना करने के बाद शुक्रवार को इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है. वो सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के तौर पर सात जून को अपना पद छोड़ेंगी.
इससे पहले मार्च में ब्रिटिश सांसदों ने प्रधानमंत्री थेरेसा मे की ब्रेग्जिट डील को तीसरी बार खारिज कर दिया था. सांसदों ने हाउस ऑफ कॉमन्स में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से तथाकथित अलग होने की शर्तों को 286 के बदले 344 मतों से खारिज कर दिया.
इसी साल 15 जनवरी और 12 मार्च को भी थेरेसा, ब्रेग्जिट डील का मसौदा संसद में पेश कर चुकी हैं. लेकिन, सांसदों ने इसे दोनों बार नकार दिया था.
पहला प्रस्ताव गिरने के बाद ये बोलीं थी पीएम थेरेसा
हाउस ऑफ कॉमन्स में अपना प्रस्ताव गिरने के बाद थेरेसा ने कहा था, ''सदन ने कहा है और सरकार सुनेगी. यह साफ है कि सदन इस डील का समर्थन नहीं करता है लेकिन आज के मतदान ने हमें उस बारे में कुछ नहीं बताया कि यह किसका समर्थन करता है. मैं सदन में सभी पक्षों के सदस्यों से अपील करती हूं कि वे ब्रिटिश लोगों की सुनें, जो इस मुद्दे का समाधान चाहते हैं.’’इसके साथ ही उन्होंने सांसदों से इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकार के साथ काम करने का अनुरोध किया था.
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