ब्रिटेन (Britain) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने गुरुवार, 7 जुलाई को इस्तीफा दे दिया. इसके बाद बोरिस जॉनसन तब तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे, जब तक कि टोरी द्वारा एक नए नेता का चुनाव नहीं कर लिया जाता.
यह नहीं तय है कि इस प्रक्रिया में कितना वक्त लग सकता है. इस प्रक्रिया में कुछ दिनों से लेकर हफ्तों, या महीनों लग सकता है.
आइए जानते हैं कि ब्रिटेन में नए प्रधानमंत्री चुनने की क्या प्रक्रिया है.
प्रधानमंत्री पद के अब कंजर्वेटिक पार्टी अपना नया नेता चुनेगी, इसके कैन्डीडेट आगे आएंगे.
प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान करने के लिए दो कंजर्वेटिव सांसदों को नामित किया जाएगा. बता दें कि पीएम पद के लिए एक, दो या उससे भी अधिक उम्मीदवार हो सकते हैं.
इसके बाद वोटिंग होगी और कंजर्वेटिव पार्टी के सभी सांसद वोट प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे.
कंजर्वेटिव सांसद एक सीक्रेट बैलेट में अपनी पसंद के उम्मीदवार के लिए वोट करेंगे, इस दौरान जिस उम्मीदवार को सबसे कम वोट मिलेगा उसे प्रधानमंत्री पद के लिए हो रही लड़ाई से बाहर कर दिया जाएगा.
वोटिंग का ये प्रोसेस तब तक चलेगा, जब तक दो उम्मीदवार नहीं बच जाते. आखिरी में जब दो उम्मीवारों के बचे रहने पर पोस्टल बैलेट के जरिए कंजर्वेटिव पार्टी के मेंबर्स वोट करेंगे और इस प्रक्रिया में जिसका वोटिंग प्रतिशत ज्यादा होगा, वही प्रधानमंत्री पद का हकदार होगा.
बता दें कि 21 जुलाई से संसद में गर्मी की छुट्टी शुरू हो रही है, इसलिए यह प्रोसेस उससे पहले ही पूरा होने की संभावना है. नियम के मुताबिक मंगलवार और गुरुवार को ही वोटिंग होती थी लेकिन उम्मीद है कि गर्मी की छुट्टी से पहले प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश में सप्ताह के अन्य दिनों को भी वोटिंग करवाई जा सकती है.
वोटिंग प्रोसेस में कितना वक्त लग सकता है?
ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए होने वाली मतदान प्रक्रिया में कितना वक्त लगेगा, यह इस पर निर्भर करता है कि पीएम पद के लिए कितने उम्मीदवार इस प्रोसेस का हिस्सा बनते हैं. वोटिंग प्रोसेस में जितने अधिक उम्मीदवार होंगे, उतना ही समय लगेगा. इस प्रक्रिया में हफ्ते या महीने भी लग सकते हैं.
साल 2016 के दौरान जब प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस्तीफा दिया था, तो थेरेसा को तीन हफ्तों के अंदर ही सदन का नेता चुन लिया गया था.
साल 2019 में थेरेसा के इस्तीफा देने के बाद बोरिस जॉनसन को सदन का नेता चुना गया, जिसके एक महीने बाद उन्होंने पदभार संभाला था.
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