देश-दुनिया के लिए परेशानी का सबसे बड़ी दिक्कत है बेरोजगारी. IPSOS के सर्वे के मुताबिक, मई 2019 से लेकर जुलाई 2019 तक भारत में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा रही. जुलाई के ही महीने में दुनियाभर के लिए भी बेरोजगारी सबसे बड़ी दिक्कत रही. भारत में बेरोजगारी के अलावा भी कई मुद्दों ने चिंता बढ़ाई है जैसे अपराध और हिंसा, वित्तीय और राजनीतिक भ्रष्टाचार, आतंकवाद, गरीबी और सामाजिक गैर बराबरी.
'What Worries the World' नाम के ग्लोबल सर्वे के मुताबिक भारत में कुछ अच्छे संकेत भी देखने को मिले हैं. भारत अभी भी निराशावाद के ग्लोबल ट्रेंड से बचा हुआ है. कम से कम 73% लोग मानते हैं कि देश सही दिशा में बढ़ रहा है. इसके उलट, ग्लोबल लेवल पर भारी निराशावाद छाया हुआ है.
करीब 58% ग्लोबल सिटीजन मानते हैं कि उनका देश गलत दिशा में जा रहा है. सर्वे में 27 में से 23 मार्केटों को लगता है कि हालात ठीक नहीं है.
सर्वे के मुताबिक, जो बाजार अपने देश को सही रास्ते पर पाते हैं और आशावादी हैं उनमें चीन(94%), सऊदी अरब(78%), भारत(73%), और मलेशिया(60%) हैं. वहीं जो देश ऐसा मानते हैं कि वो गलत रास्ते पर हैं उनमें ब्रिटेन(78%), फ्रांस(77%), साउथ अफ्रीका(74%), बेल्जियम(74%), स्पेन(69%) और हंगरी(68%) जैसे देश शामिल हैं.
भारत की परेशानी बढ़ाने वाले सबसे बड़े मुद्दे
- बेरोजगारी
- अपराध और हिंसा
- वित्तीय और राजनीतिक भ्रष्टाचार
- आतंकवाद
- गरीबी-सामाजिक गैर-बराबरी
‘‘भारत के लोग एक तरफ तो इस बात को लेकर आशावादी हैं कि देश सही रास्ते पर जा रहा है लेकिन उसी वक्त बेरोजगारी की चिंता भी है. इसके अलावा अपराध और हिंसा जरूर एक और ऐसी चीज है जो चिंता बढ़ाती है, जो कि 8 फीसदी बढ़ा भी है. वित्तीय और राजनीतिक भ्रष्टाचार में बेहद कम लेकिन सुधार पाया गया. इसमें 5 फीसदी की गिरावट देखी गई. आतंक में 2 फीसदी की कमी, गरीबी और सामाजिक गैर-बराबरी में 1 फीसदी की कमी देखी गई है.’’पारिजात चक्रबर्ती (IPSOS India)
विश्व स्तर पर ये हैं 5 बड़े मुद्दे
- बेरोजगारी
- गरीबी-सामाजिक गैर-बराबरी
- अपराध और हिंसा
- वित्तीय और राजनीतिक भ्रष्टाचार
- हेल्थकेयर
भारत में जो समस्याएं नजर आती है वो दुनिया के बाकी देशों में भी हैं
- बेरोजगारी की समस्या: साउथ कोरिया(64%) और साउथ अफ्रीका(62%) में सबसे ज्यादा है. वहीं जर्मनी(8%) पोलैंड(9%) और अमेरिका(10%) में सबसे कम हैं. इस लिस्ट में भारत 7वें पायदान पर है.
- अपराध और हिंसा: ये समस्या सबसे ज्यादा मैक्सिको(66%), साउथ अफ्रीका(62%), और पेरू(60%) में है. इस लिस्ट में भारत 9वें पायदान पर है.
- राजनीतिक और वित्तीय भ्रष्टाचार: साउथ अफ्रीका(60%) में ये समस्या सबसे ज्यादा है. इसके अलावा रूस(57%) पेरू(56%) और हंगरी(53%) में सबसे ज्यादा चिंताजनक है. इस लिस्ट में भारत 12वें नंबर है.
- आतंकवाद: आतंकवाद की समस्या से जूझ रहे देशों में सबसे ऊपर इजरायल(45%) भारत(29%), तुर्की(23%), फ्रांस(21%) और अमेरिका(17%) है.
- गरीबी और सामाजिक गैरबराबरी: ये समस्या सबसे ज्यादा रूस(60%), सर्बिया(52%), हंगरी(46%), औऱ जर्मनी(45%) में पाई गई. वहीं भारत इस लिस्ट में काफी नीचे 18वें पायदान पर है.
ये सर्वे Ipsos ने 28 देशों में ऑनलाइन पैनल के जरिए कराया था. 21 जून 2019 से 5 जुलाई 2019 के बीत 19 हजार 520 लोगों के इंटरव्यू लिए गए थे. इस सर्वे में जिन लोगों ने हिस्सा लिया उनमें 16 साल से लेकर 64 साल की उम्र के लोग शामिल हैं.
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