भारत में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर एक सवाल के जवाब में अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार, 3 फरवरी को कहा कि शांतिपूर्ण विरोध और इंटरनेट सहित सूचनाओं तक आम लोगों की पहुंच किसी भी मजबूत लोकतंत्र की पहचान होती है. बता दें कि अमेरिका की तरफ से ये बयान ऐसे समय में आया है जब दुनिया की बड़ी हस्तियां भारत में हो रहे किसान आंदोलन के समर्थन में सामने आई हैं.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है,
“हम मानते हैं कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किसी भी लोकतंत्र की एक बानगी है, और यह याद रखने वाली बात है कि भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने भी यही कहा है. हम इस बात को प्रोत्साहित करते हैं कि किसी भी मतभेद को बातचीत के जरिए हल किया जाए.”
हालांकि अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने भारत सरकार के कृषि कानूनों के समर्थन में भी अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा,
“अमेरिका, भारत के बाजारों की दक्षता में सुधार और अधिक निजी निवेश को आकर्षित करने वाले कदमों का स्वागत करता है.”
बता दें कि भारत सरकार के मुताबिक, जिस तीन कानून के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं वो किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अधिक लचीलापन और स्वतंत्रता देंगे. हालांकि, प्रदर्शनकारी किसानों ने तर्क दिया है कि ये कानून कॉर्पोरेट्स के हितों को प्राथमिकता देती है.
इनटरनेट बैन पर क्या बोला अमेरिका
बता दें पिछले कुछ दिनों में दिल्ली और हरियाणा के कई जिलों में विरोध प्रदर्शन स्थलों पर इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने आगे कहा, "हम मानते हैं कि इंटरनेट सहित सूचना तक लोगों की पहुंच अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की पहचान है."
बता दें कि इससे पहले अमेरिकी पॉपस्टार रिहाना और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग जैसी कई सेलेब्रिटीज ने किसानों के समर्थन में आवाज उठाई थी, जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान जारी किया था. इसके अलावा बॉलीवुड के कई एक्टर और किक्रेटरों ने भी भारत सरकार के समर्थन में ट्वीट किए.
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