बढ़ती महंगाई (Inflation) की समस्या केवल भारत में ही नहीं बल्की दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश अमेरिका (America) भी इसकी चपेट में है. यहां जनवरी में महंगाई दर 12 महीने पहले की तुलना में बढ़कर 7.5 फीसदी पर पहुंच गई है. इससे पहले 1982 में रिकॉर्ड तोड़ महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई थी. लेकिन इस बार की महंगाई दर ने पिछले 40 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया.
अमेरिका में बढ़ती महंगाई के कई कारण हैं. जहां एक तरफ अमेरिका में सप्लाई (आपूर्ति) में तेज गिरावट हुई है, वहीं देश में डिमांड (मांग) में तेजी आई है. साथ ही वहां के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की पॉलिसी में हो रहे तेज बदलावों के कारण कीमतों में 2021 के दौरान सात प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
केंद्रीय बैंक की ओर से अब ये संकेत आ रहे हैं कि वह मार्च में अपनी बैठक में महामारी शुरू होने के बाद से पहली बार ब्याज दरें बढ़ाएगा. महंगाई के इन आंकड़ों को देखते हुए लग नहीं रहा है कि केंद्रीय बैंक अपने फैसले को बदलेगा.
अमेरिका में कोरोना महामारी के आगमन से कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रहा है. अमेरिका में के बड़ी आबादी किराने का सामान, गैस, अपना किराया भरने जैसी कई और जरूरतों को भी पूरा करने में परेशानी का सामना कर रही है.
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