अमेरिकी संसद ने शुक्रवार को डिफेंस बिल के खिलाफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वीटो को बेअसर कर दिया. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, अमेरिकी सांसदों ने ट्रंप के कार्यकाल के दौरान ऐसा पहली बार किया है.
100 सदस्यों के संख्याबल और रिपब्लिकन्स के नियंत्रण वाले अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट ने 81-13 के वोट से दो तिहाई से ज्यादा बहुमत के साथ नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट को मंजूरी दे दी. ट्रंप के वीटो को बेअसर करने के लिए डेमोक्रेट्स के नियंत्रण वाले संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने सोमवार को 322-87 के अंतर से वोट किया था.
बता दें कि अमेरिकी संसद के दोनों सदनों ने दिसंबर की शुरुआत में डिफेंस बिल को पास किया था, लेकिन ट्रंप ने 23 दिसंबर को इसके खिलाफ वीटो कर दिया था. 740.5 अरब डॉलर के सालाना डिफेंस बिल के खिलाफ वीटो का इस्तेमाल करते हुए ट्रंप ने कहा था कि इसके कुछ प्रावधान राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा करते हैं.
ट्रंप ने एक बयान में कहा था, ‘‘आप धारा 230 में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े जोखिम को खत्म करने में असफल रहे. इससे हमारे खुफिया विभाग के लिए काम करने में अड़चन होगी.’’
ट्रंप ने कहा था कि बिल में कुछ सैन्य संस्थानों के नामों में बदलाव की भी जरूरत है. उन्होंने कहा था कि सैन्य निर्माण कोष की मनमाने ढंग से सीमा तय करके देश की सुरक्षा के संबंध में राष्ट्रपति के अधिकारों को भी सीमित करने की कोशिश की गई है.
इसके अलावा उन्होंने कहा था कि ऐसे समय में जब आंतरिक सुरक्षा के लिए कई तरह के खतरे हैं राष्ट्रपति के पास इतने अधिकार होने चाहिए कि संसद की मंजूरी का इंतजार किए बिना वह अमेरिका के लोगों की रक्षा करने में सक्षम हो.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)