अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 के नतीजों पर इस वक्त अमेरिका के साथ-साथ दुनिया के दूसरे हिस्सों की भी नजरें टिकी हुई हैं. लंबे इंतजार के बाद भी अभी तक इस सवाल का जवाब साफ तौर पर नहीं मिल पाया है कि अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन होगा.
हालांकि अभी तक के रुझानों/नतीजों की बात करें तो डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन की स्थिति मौजूदा राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की तुलना में मजबूत दिख रही है. न्यूज एजेंसी AP के अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक, बाइडेन के खाते में कुल 538 में से 264 इलेक्टोरल वोट आ चुके हैं और वह बहुमत के आंकड़े (270) से महज 6 इलेक्टोरल वोट दूर हैं.
AP के मुताबिक, बाइडेन ने नेवाडा में बढ़त बनाई हुई है. ऐसे में वहां अगर उनकी यह बढ़त नतीजे में बदली तो वह नेवाडा के 6 इलेक्टोरल वोट के साथ चुनाव जीत जाएंगे. इसके अलावा पेन्सिलवेनिया, नॉर्थ कैरोलाइना और अलास्का के इलेक्टोरल वोट्स को भी AP ने अभी अपने डेटा में नहीं जोड़ा है. हालांकि, इन सभी राज्यों में ट्रंप ने बढ़त बनाई हुई है.
जॉर्जिया में लंबे समय से डोनाल्ड ट्रंप ने बढ़त बना रखी थी, लेकिन अब जो बाइडेन आगे निकल गए हैं. बाइडेन अब ट्रंप से 1000 से ज्यादा वोटों से आगे हैं.
पेन्सिलवेनिया जैसे राज्य में भी ट्रंप की बढ़त कम हुई है, जहां से जीतने वाले उम्मीदवार के खाते में 20 इलेक्टोरल वोट जाएंगे.
यहां जिन राज्यों का जिक्र किया गया है, वो विनर टेक्स ऑल पॉलिसी अपनाते हैं. इसका मतलब यह हुआ कि इस पॉलिसी के तहत जनता के वोटों के विजेता को राज्य के सभी इलेक्टोरल वोट मिलेंगे.
AP ने अभी तक जिन राज्यों के इलेक्टोरल वोट को उम्मीदवारों के खाते में दिखाया है, उनमें से कई में अभी भी बड़ी संख्या में वोट गिने जाने बाकी हैं. जैसे कि एरिजोना में AP ने बाइडेन को विजेता बताते हुए वहां के 11 इलेक्टोरल वोट बाइडेन के खाते में डाले हैं, जबकि एरिजोना में इस आर्टिकल को लिखे जाने तक 90 फीसदी काउंटिंग ही हुई है.
ऐसे में अलग-अलग सोर्स से अलग-अलग डेटा सामने आ रहा है. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, बाइडेन के खाते में 253 इलेक्टोरल वोट जा चुके हैं, वहीं ट्रंप के लिए यह आंकड़ा 214 का है. वहीं, सीएनएन के मुताबिक भी, बाइडेन के खाते में 253 इलेक्टोरल वोट जा चुके हैं, लेकिन उसके हिसाब से ट्रंप को 213 इलेक्टोरल वोट मिले हैं. इन दोनों ने ही एरिजोना में किसी को विजेता घोषित नहीं किया है.
(डेटा तेजी से बदल रहा है, ऐसे में वक्त के साथ रुझानों/नतीजों से जुड़ी स्थितियां भी बदल सकती हैं)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)