दुनियाभर के वो देश जो कोरोना वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं उन्हें मदद के लिए अमेरिका आगे आया है. अब अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने US की ग्लोबल वैक्सीन पॉलिसी के सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत है.
पीएम मोदी ने वैक्सीन सप्लाई का भरोसा देने के लिए कमला हैरिस को शुक्रिया कहा है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल वैक्सीन शेयरिंग के अमेरिका की रणनीति के तहत भारत को वैक्सीन सप्लाई का आश्वासान देने के लिए वो आभारी हैं.
मैं उन्हें अमेरिकी सरकार, कारोबारियों और प्रवासी भारतीयों से मिले समर्थन और एकजुटता के लिए भी शुक्रिया कहा.नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने बताया कि पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने US औऱ भारत के बीच कोरोना वैक्सीन मैन्युफेक्चरिंग समेत हेल्थ सप्लाई चेन को मजबूत करने पर बातचीत की. साथ ही महामारी के दीर्घकालिक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए भारत-अमेरिका साझेदारी और क्वॉड वैक्सीन इनीशिएटिव की क्षमताओं पर भी चर्चा की गई.
प्रधानमंत्री ने ग्लोबल हेल्थ की स्थिति सामान्य होने के बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति के भारत आने की भी उम्मीद जताई है.प्रधानमंत्री कार्यालय
2.5 करोड़ वैक्सीन की डोज अमेरिका अलग-अलग देशों को देगा
ये बातचीत ऐसे समय में हुई जब अमेरिका ने कोरोना वायरस वैक्सीन की 2.5 करोड़ डोज को अलग-अलग देशों को देने का ऐलान किया है. इनमें से ज्यादातर डोज WHO की Covax पहल के लिए दिया जाएगा. एक फैक्ट शीट में व्हाइट हाउस ने ये भी कहा है कि कनाडा, मैक्सिको और भारत समेत जिन देशों में कोरोना संक्रमण के केस बढ़े हैं वहां पर 60 लाख डोज अमेरिका की तरफ से दिया जाएगा.
पीएम मोदी से बातचीत के बाद अमेरिका की तरफ से बताया गया कि कमला हैरिस ने पीएम मोदी के अलावा मैक्सिको, ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति और कैरेबियन समुदाय के चेयरमैन से भी बात की. इस दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने इन राष्ट्राध्यक्षों को बताया कि अमेरिका अब 2.5 करोड़ कोविड वैक्सीन डोज अलग-अलग देशों को देना शुरू कर देगा. अमेरिका ने ये तय किया है कि जून तक दुनिया के अलग-अलग देशों को कम से कम 8 करोड़ वैक्सीन शेयर करेगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)