ADVERTISEMENTREMOVE AD

टिक टॉक को खरीदने के लिए माइक्रोसॉफ्ट को मिला वॉलमार्ट का साथ

माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर टिक टॉक को खरीदने के लिए बोली लगाएगी वॉलमार्ट

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

वीडियो ऐप टिक टॉक पिछले काफी दिनों से चर्चा में हैं, या यूं कहें कि विवादों में है. अब इस ऐप के सीईओ केविन मेयर ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. लेकिन दूसरी तरफ टिक टॉक को खरीदने की तैयारियां जोरों पर हैं. अमेरिका की दिग्गज आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट पहले से टिक टॉक को खरीदने के लिए तैयार है, वहीं अब अमेरिका की ही दूसरी कंपनी वॉलमार्ट ने भी माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर इस ऐप को खरीदने की बोली लगाने का फैसला किया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक टिक टॉक के सीईओ ने जैसे ही इस्तीफा दिया, उसके ठीक बाद वॉलमार्ट ने भी माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर बोली लगाने का ऐलान कर दिया. बता दें कि सीईओ केविन मेयर ने तब अपना इस्तीफा दिया है जबकि टिक टॉक को माइक्रोसॉफ्ट और ऑरेकल कॉर्प को बेचने के लिए बातचीत चल रही थी.

पिछले करीब तीन महीने से टिक टॉक और माइक्रोसॉफ्ट के बीच डील को लेकर नेगोशिएशन चल रहा था. लेकिन इसी बीच मेयर का इस्तीफा होना और वॉलमार्ट की एंट्री को काफी अहम माना जा रहा है.

हालांकि ये चर्चा फिलहाल अमेरिका में टिक टॉक के असेट्स खरीदने को लेकर हो रही है. क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन ने साफ किया है कि टिक टॉक के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. अमेरिकी सरकार का आरोप है कि इस ऐप से अमेरिकी नागरिकों के प्राइवेट डेटा को खतरा है.

इसीलिए टिक टॉक की पेरेंट कंपनी बाइट डांस से अमेरिका की तरफ से कहा गया कि वो यूएस में अपने सभी ऑपरेशंस को जल्द से जल्द बेच डाले. अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से टिक टॉक को चेतावनी दी गई थी कि 15 अगस्त तक अगर कंपनी खुद को किसी अमेरिकन कंपनी को नहीं बेच देती तो उसे बैन कर दिया जाएगा. जिसके बाद ऐसा हुआ भी. इसे लेकर कहा गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने टिक टॉक को धमकी इसलिए दी है ताकि वो कम कीमत पर माइक्रोसॉफ्ट के साथ डील के लिए राजी हो जाए.

कई देशों में टिक टॉक खरीदने पर विचार

माइक्रोसॉफ्ट सिर्फ अमेरिका में ही टिक टॉक को खरीदने के मूड मे नहीं है. बल्कि ये कंपनी दुनियाभर के कई देशों में इस ऐप को पूरी तरह से खरीदने का प्लान कर रही है. कंपनी की तरफ से इससे पहले कहा गया था कि वो चीनी कंपनी टिक टॉक की पेरेंट कंपनी बाइट डांस के साथ बातचीत कर रहे हैं.

दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वो अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में टिक टॉक सर्विस खरीदने पर चर्चा कर रहा है. इसके बाद से चर्चा तेज है कि टिक टॉक दुनियाभर में जहां भी मौजूद है उनको भी माइक्रोसॉफ्ट अपनी डील में शामिल कर सकती है. वहीं अब वॉलमार्ट का भी इस डील में शामिल होना इसी बात की तरफ इशारा कर रहा है.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

भारत में टिक टॉक लवर्स के लिए भी उम्मीद

हालांकि अब तक ये साफ नहीं हुआ है कि माइक्रोसॉफ्ट भारत में भी टिक टॉक को चलाने के मूड में है या फिर नहीं. क्योंकि अगर ऐसा होता है तो इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि टिक टॉक एक बार फिर भारत में वापसी कर सकता है. क्योंकि भारत सरकार ने चीनी कंपनी बाइट डांस पर आरोप लगाया था कि वो चीन को पर्सनल डेटा लीक करता है. हालांकि कंपनी ने इससे साफ इनकार कर दिया था. लेकिन अगर माइक्रोसॉफ्ट टिक टॉक को लेकर आता है तो ये भारत के करोड़ों लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी होगी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×