दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका के प्रेसिडेंट जो बाइडेन और सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के पीएम नरेंद्र मोदी का आमना-सामना पहली बार QUAD वर्चुअल समिट के अंतरराष्ट्रीय मंच पर हुआ. दोनों में व्यक्तिगत तौर पर तो कोई बातचीत नहीं हुई लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतांत्रिक मूल्यों का हलावा देते हुए QUAD देशों की एकजुटता का हवाला दिया. वहीं बाइडेन ने Quad को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग की 'महत्वपूर्ण रणभूमि' बताया.
आपको बताते हैं कि देश के इन दो बड़े नेताओं मोदी और बाइडेन ने Quad के मंच पर क्या कहा-
मोदी ने किया वसुधैव कुटुंबकम का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन, क्लाइमेट चेंज और उभरती हुई तकनीकों का हमारा एजेंडा Quad को वैश्विक भलाई के लिए एक ताकत बनाता है. पीएम ने कहा, “Quad इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है.”
“मैं इस सकारात्मक नजरिये को भारत की प्राचीन समझ ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के हिस्से के तौर पर देखता हूं, जो विश्व को एक परिवार मानती है. हम साथ मिलकर सेक्युलर, स्थिर और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के लिए काम करेंगे.”पीएम मोदी
क्षेत्र की स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध: बाइडेन
राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि वैक्सीन मैन्युफेक्चरिंग बढ़ाने के लिए पार्टनरशिप लॉन्च की जा रही है. उन्होंने कहा, "हम एक महत्वकांक्षी जॉइंट पार्टनरशिप लॉन्च कर रहे हैं. इससे पूरे इंडो-पैसिफिक को वैक्सीनेशन मजबूत करने का फायदा मिलेगा."
“अमेरिका आपके और क्षेत्र में हमारे सहयोगियों के साथ स्थिरता के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है. ये समूह महत्वपूर्ण है क्योंकि ये प्रैक्टिकल सॉल्यूशन और मजबूत नतीजों के लिए समर्पित है. हमारा क्षेत्र इंटरनेशनल कानून से चलता है, सभी वैश्विक मूल्यों के लिए समर्पित है और दबाव से मुक्त लेकिन मैं हमारी संभावनाओं को लेकर सकारात्मक हूं. ”जो बाइडेन, अमेरिकी राष्ट्रपति
बता दें कि बाइडेन ने Quad को इंडो-पैसिफिक में सहयोग की 'महत्वपूर्ण रणभूमि' बताया.
बता दें कि 12 मार्च को QUAD देशों का वर्चुअल समिट (Quad Summit) हुआ. इसी मंच पर ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान और भारत के नेताओं ने हिंद-प्रशांत (Indo-Pacific) क्षेत्र, कोरोना वायरस वैक्सीन और चीन को लेकर चर्चा की. चीन के चारों ही देशों से किसी न किसी तरह चल रहे तनाव के बीच इस बार की QUAD बैठक अहम रही.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)