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WEF 2020: डावोस में कितना चला भारत का सिक्का?

भारत से भी कम लोग पहुंचे डावोस

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वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की 50वीं सालाना बैठक में कारोबार, अर्थव्यवस्था, इंडस्ट्री, बैंकिंग, तकनीकी जैसे तमाम विषयों पर चर्चा हुई लेकिन इस बार चर्चा काफी बदली हुई थी.

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जलवायु परिवर्तन पर काफी चर्चा हुई

राजनीतिक नेताओं और कारोबारियों के बीच जलवायु परिवर्तन पर काफी चर्चा देखने को मिली. काफी सारे युवा एक्टिविस्ट ने चर्चाओं में भाग लिया. जलवायु परिवर्तन पर बात करने वाली ग्रेटा थनबर्ग ने भी कई चर्चाओं में हिस्सा लिया. इस बार यूरोपीय देशों ने जलवायु परिवर्तन पर बढ़त बनाई है. इनोवेशन से लेकर टेक्नोलॉजी तक यूरोपीय देशों का सक्रिय योगदान दिख रहा है. वहीं अमेरिका जलवायु परिवर्तन पर खास ध्यान नहीं दे रहा. साथ ही एशिया भी खास रुचि नहीं ले रहा.

इस बार कम लोग आए

इस बार वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम डावोस में करीब 1000-1500 लोग आए. कई देशों के राष्ट्रप्रमुखों ने यहां शिरकत की. सितारों की बात करें तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी आए. उनका इस बार का संबोधन काफी अनुमानित था. जब वो पहली बार आए थे तो उनको सुनकर लोग चौंक गए थे. ट्रंप का ये चुनावी साल है.

भारत से भी कम लोग पहुंचे

इस बार डावोस में भारत से भी कम लोग फोरम में पहुंचे. बहुत सारे बिजनेस लीडर्स जैसे उदय कोटक, सज्जन जिंदल, अनिल अग्रवाल तो इस बार डावोस आए भी नहीं. जो आए भी वो एक दो दिन में वापस चले गए. राज्यों की अच्छी हिस्सेदारी देखने को मिली. तेलंगाना, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब इन चार राज्यों के मुख्यमंत्री या मंत्री यहां डावोस में हैं और निवेशकों से बातचीत कर रहे हैं और वो कह रहे हैं कि उनका अनुभव अच्छा रहा है.

इस बार की सालाना बैठक में नेता आर्थिक महत्व और भू-राजनीतिक मामलों पर चर्चा में शामिल हुए. भारतीय कंपनियों के 100 से अधिक मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इसके अलावा भारतीय नेताओं ने कई और द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में भाग लिया.

दिग्गज कारोबारी हुए शामिल

WEF 2020 में भाग लेने वाले भारतीय कारोबारियों और हस्तियों में गौतम अडाणी, मुकेश अंबानी, राहुल व संजीव बजाज, कुमार मंगलम बिड़ला, टाटा समूह के एन चंद्रशेखरन, सज्जन जिंदल, उदय कोटक, भारतीय स्टेट बैंक के रजनीश कुमार, आनंद महिंद्रा, सुनील व राजन मित्तल, रवि रुइया, पवन मुंजाल, नंदन नीलेकणी, सलील पारेख, एचसीएल टेक के सी विजयकुमार, अजय पीरामल, रिशद प्रेमजी, अजय सिंह और फिरोजशाह गोदरेज शामिल हैं.

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